करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद राजस्थान सहित पूरे देश के क्षत्रियों में आक्रोश है और सभी एक स्वर से हत्यारा का एनकाउंटर कर सजा देने की मांग कर रहे हैं. इसी कड़ी में राजपूतों के कद्दावर नेता सह पूर्व सांसद आनंद मोहन ने भी घटना की निंदा की. आनंद मोहन ने केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर भड़ास निकाला है. उन्होंने कहा कि, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जिस तरह से कायराना हत्या की गई है मैं उसकी सख्त निन्दा करता हूं और मैं जानता हूं कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जी एक शेर दिल इंसान थे, वो मर्द थे और मर्द की मौत पर मातम नहीं मनाए जाते हैं. ये जो हरकत है वो कायरता पूर्ण हरकत है. धोखे से एक शेर को शहीद किया गया. मैं ये जानता हूं.
राजपूत समाज के बड़े नेता थे गोगामेड़ी
आनंद मोहन ने कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कोई भूमाफिया नहीं थे कोई बिल्डर नहीं थे उनकी कोई आपराधिक घटना में संलिप्तता नहीं थी वो शुद्ध रूप से मूलतः राजपूत समाज के बड़े नेता थे, कद्दावर नेता थे. धोखे से कायरों ने उनकी हत्या कर दी. ये भी सामने आ रही है गुप्तचर एजेंसियां चाहे राज्य सरकार की हो या केंद्र सरकार की हो उनको ये जानकारियां थीं. उनकी हत्या के लिए एके 47 खरीदे गए थे. उनकी हत्या के लिए कुछ बड़े गैंग को सुपारी दी गई थी. ये सब जानकारी रहते एक व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है. इसमें बहुत दूर की बातें हैं और कहीं न कहीं राजनीतिक कनेक्शन है.
'मौत के बदले मौत' की डिमांड
पूर्व सांसद ने यह भी कहा कि, हत्या का जो अवसर चुना जाता है वो एक सरकार जाती है और दूसरे सरकार आने वाली है अभी किसी का ओथ नहीं हुआ है. ऐसे समय को चुनना ये शातिर दिमाग का उपज है जो कुछ भी हुआ इसकी सिर्फ निंदा नहीं की जा सकती है. इस पर सिर्फ मातम नहीं मनाया जा सकता है. हम सभी पूरा समाज यही डिमांड कर रहे हैं कि मौत के बदले मौत हो. ये सरकार का दायित्व है जिस तरह से गुंडे घुस करके घर में धोखे से हत्या की है वो भी मिलने के बहाने, ये बहुत ही नपुंसकता कार्रवाई है. ऐसे में हम देखना चाहते हैं सरकार क्या कर रही है? ये क्षत्रिय बलिदान है हम दूसरों के लिए ज्यादा जीते रहे हैं और मरते रहे हैं.
गोगामेड़ी की मौत एक शानदार मौत
आनंद मोहन ने कहा कि ये किसी के लिए कायराना हरकत होगा. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मौत एक शानदार मौत है. सीने पर गोली खा करके और किसी ने धोखे से मारा है. सीने पर मारा है ये समाज के लिए मरा है. समाज इसे कभी नहीं भूलेगा. और मैं राज्य सरकार, केंद्र सरकार और राजस्थान पुलिस से रहते इसपर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग करता हूं. इधर, निश्चित रूप से करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की नृशंस हत्या से पूरे देश के क्षत्रियों में उबाल है. अब देखना लाजिमी होगा कि, राजस्थान सरकार इस घटना में संलिप्त हत्यारों के विरुद्ध क्या कार्रवाई करती है. लेकिन, इतना तो तय है कि जिस तरह से अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया उसने राज्य सरकार के पुलिसिया व्यवस्था की कलई खोल दी.
सहरसा से नीरज कुमार की रिपोर्ट