पूर्व सांसद व बाहुबली नेता आनंद मोहन इन दिनों फुल एक्टिव मोड में हैं. जेल से रिहा होने के बाद वह अपने बेटे चेतन आनंद की शादी को लेकर व्यस्त थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी दूरी बना ली थी और किसी भी तरह के बयानबाजी से बचते दिखते थे. लेकिन, अब वे पूरी तरह से बिहार की राजनीति में सक्रिय हो गए हैं. इसके साथ ही वे विभिन्न जिलों का दौरा कर मोदी सरकार पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. इस बीच वे सुपौल पहुंचे जहां उन्होंने एक बार फिर से खुले मंच से पीएम नरेंद्र मोदी को टारगेट किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटी.
बाहुबली नेता आनंद मोहन ने भाजपा और आरएसएस सहित प्रधानमंत्री पर भी कई जुबानी हमले किए. दो गुजराती मिलकर देश को बेच रहे हैं और दो गुजराती ही खरीददार भी हैं. प्रधानमंत्री नेहरू पर जुबानी हमला करने वाले लोग यह भूल जाते हैं कि नेहरू ने ही देश में विभिन्न संस्थाओं का गठन किया, लेकिन ये लोग केवल बेचने का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, वर्तमान की केंद्र सरकार देश के इतिहास को बदलना चाहती है. मुगलों का इतिहास मिटाने की कोशिश की जा रही है, जिन्होंने आजादी के पहली लड़ाई का शंखनाद किया था. वहीं, माफी वीरों का जायगान किया जा रहा है. ये लोग केवल हिंदू मुसलमान के बीच मतभेद पैदा कर राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं. देश के विभाजन में भी इनके जैसों का ही हाथ है.
बता दें कि, आनंद मोहन जिले के किशनपुर प्रखंड अंतर्गत सिसौनी में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने ये सभी बातें कही है. आनंद मोहन ने इस दौरान भाजपा का एजेंट ओवैसी को बताया. साथ ही राजद, जदयू और कांग्रेस के बजाय केवल भाजपा पर किए जा रहे हैं, जुबानी हमला का कारण भी गिनायाय. जनसभा को पूर्व सांसद लवली आनंद, विश्वमोहन कुमार पूर्व विधायक उदय गोयत विधायक चेतन आनंद सहित महागठबंधन के अन्य कई नेताओं ने भी संबोधित किया. यह भी बता दें कि, इस दौरान कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया. दरअसल सभा के क्रम में अचानक जनरेटर में खराबी आ गई. जिसके कारण पूर्व सांसद आनंद मोहन के पुत्र अंशुमन आनंद का भाषण रुक गया. हालांकि, बाद में उन्होंने मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में ही बिना माइक के अपना भाषण पूरा किया.
सुपौल से पियूष राज की रिपोर्ट