मुंगेर क्षेत्र में पड़ने वाले मोकामा के पूर्व विधायक और इलाके के दबंग बाहुबली अनंत सिंह पैरोल पर जेल से रिहा हो गए हैं. बीमारी और जमीन का बंटवारा के नाम पर उन्हें जेल से छोड़ा गया है. इस बीच अनंत सिंह जनता से मिल रहे हैं. उन्होंने कहा है कि खुली हवा में सांस लेना अच्छा लग रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने JDU के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कुमार के चहेते ललन सिंह को चार लाख मतों से जिताने का ऐलान कर दिया है.
रविवार को सुबह लगभग 4:30 बजे अनंत सिंह को बेउर जेल से निकाला गया. एम्बुलेंस पर बैठाकर उन्हें बाहर लाया गया. बाहर आते ही वह अपने निजी कार पर सवार होकर निकल गए. इससे पहले उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. रास्ते में जगह-जगह फूलों से उनका अभिनंदन किया गया. कई स्थानों पर JCB से उनपर फूलों की बारिश की गई. जेल से छूटते ही अनंत सिंह रोड शो में शामिल हो गए और अपने समर्थकों के साथ घुल मिल गए. उनके काफिले में सैकड़ों गाड़ियां मौजूद थी. छूटने से पहले ही बेउर जेल के बाहर उनके सैकड़ों समर्थक जुट गए थे. बाहर आते ही फूल माला से लाभ दिया.
गांव जाकर बंटवारा करना है
अनंत सिंह को जेल से 15 दिनों का पैरोल मिला है. इस दौरान उन्हें अपने गांव जाकर बंटवारा करना है. मीडिया से बातचीत में अनंत सिंह ने कहा कि जेल से बाहर आकर खुली हवा में सांस लेना बहुत अच्छा लग रहा है. पहले जनता से मिलेंगे फिर बंटवारा करेंगे. इसी दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि मुंगेर के लोकसभा प्रत्याशी ललन सिंह को 4 लाख वोट से जिताएंगे.
ललन सिंह को होगा फायदा
चुनाव से ठीक पहले अनंत सिंह को पैरोल पर जेल से बाहर निकलना सियासी चर्चा का विषय बना हुआ है. हालांकि, इसकी स्वीकृति बिहार सरकार के गृह मंत्रालय से दी गई है. लेकिन चर्चा का बाजार गर्म है कि चुनाव में ललन सिंह को मदद करने के लिए उन्हें बाहर लाया गया है. अनंत सिंह की विधायक पत्नी नीलम देवी पहले से ललन सिंह के प्रचार में जुटी हैं और मुंगेर के लोगों से वोट मांग रही हैं.
10 साल की सजा
मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह आर्म्स एक्ट समेत कई आपराधिक वारदातों के अभियुक्त हैं. उनके घर से एके 47 बरामद किया गया था. पटना के MP-MLA कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है. कोर्ट के फैसले के बाद उनकी विधायकी भी चली गई. वह 2020 में RJD के टिकट पर चुनाव जीते थे. वहीं उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी भी RJD के सिंबल पर जीत गईं थी. हालांकि नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट से समय नीलम देवी ने पाला बदल दिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ चली गईं. वहीं, सजा मिलने के बाद से अनंत सिंह बेउर जेल में बंद हैं. पिछले दिनों तबियत बिगड़ने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अब पैरोल मिलने के बाद वह 15 दिनों के लिए छोड़ा गया है.