बिहार संविदा एएनएम संघर्ष मोर्चा एवं संविदा एनएचएम कर्मी संघ की संयुक्त बैठक आज एनएनएम नेता अर्चना कुमारी,उषा कुमारी की अध्यक्षता में पटना के अटल पथ स्थित महासंघ (गोप गुट) राज्य कार्यलाय में सम्पन्न हुआ बैठक से 8 जुलाई से शुरू हुए कार्य वहिष्कार आंदोलन को तेज करते हुए कार्य वहिष्कार जारी रखने का सर्वसमत निर्णय लिया गया।बतादें कि सरकार द्वारा सरकारी कर्मियों को छोड़ केवल संविदा एएनएम व समस्त संविदा एनएचएम कर्मियों को ड्यूटी के दौरान दिन में तीन बार लागू किए गए "फेस रेकग्नाइजेशन अटेंडेंस सिस्टम" (FRAS) को वापस लेने,5 माह से बकाया मानदेय भुगतान करने, समान काम का समान वेतन लागू करने,सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पेयजल,बिजली,शौचालय,इंटरनेट आदि जैसी सभी बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने सहित 7 सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए बिहार के करीब 20 हजार से अधिक संविदा एएनएम व संविदा एनएचएम कर्मी 8 जुलाई से कार्य वहिष्कार आंदोलन चला रहे है।महासंघ (गोप गुट) कार्यलाय में हुए राज्यस्तरीय संयुक्त *बैठक से कार्य वहिष्कार आंदोलन को तेज करने के निर्णय के साथ ही सरकार के मंत्रियों,विधायकों,सांसदों को अपने अपने क्षेत्र में घेराव कर मांग पत्र सौंपने व उनके लेटर पैड पर मुख्यमन्त्री के नाम पत्र जारी करने का दवाब बनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।साथ ही 9 अगस्त को भारत छोड़ो दिवस पर राज्य के सभी जिलों में अपनी मांगों की पूर्ति तथा संविदा आउटसोर्स प्रथा बन्द करने की मांग पर जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावे सभी चिकित्सा केंद्रों पर प्रतिदिन गेट जाम कर नारेबाजी करने का भी निर्णय लिया गया*।बैठक में राज्य के 32 जिलों से संविदा एएनएम व संविदा एनएचएम कर्मियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक से नीतीश सरकार के असंवेदनशील व अड़ियल रवैये की घोर आलोचना किया गया और सरकार से सम्मानजनक वार्ता कर मांगें पूरी करने की मांग किया गया।बैठक से यह भी निर्णय लिया गया कि अगर एक सप्ताह के अंदर माँगों की पूर्त्ति सरकार ने नहीं किया तो आन्दोलन को तेज करते हुए *जनता के साथ जन संवाद स्थापित कर केंद्र व राज्य सरकार के जन विरोधी आचरण का भंडाफोड़ किया जायेगा।