चंपई सोरेन दिल्ली में हैं और उनके साथ बातचीत का रास्ता खुला है आगे जाकर क्या होता है देखते हैं... अगर सितंबर के पहले वे(हेमंत सोरेन) 5 लाख नौकरी देते हैं तो हम उनके साथ हैं। अगर घुसपैठियों के खिलाफ वो खड़े होते हैं तो हम उनके साथ हैं। अगर मुहर्रम के समय हिंदूओं के साथ होने वाले व्यवहार के खिलाफ अगर वे खड़े हैं तो हम उनके साथ हैं। हमारे लिए राष्ट्र प्रथम है...JMM हमारा समर्थन करे हम भी JMM का समर्थन करते हैं हमें घुसपैठियों को झारखंड से बाहर निकालना है।"