राजधानी पटना में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का हड़ताल व्यापक पैमाने पर सुबह से ही देखने के लिए मिल रहा है. पिछले तीन-चार दिनों से लगातार ऑटो चालकों की हड़ताल कुछ इलाकों में देखने के लिए मिल रहा है. लेकिन, उनकी मांग पर किसी तरह का निर्णय नहीं लेने की वजह से आज पूरे राजधानी पटना में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने हड़ताल कर दी है. जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. बता दें कि, आज ऑटो चालक संघ मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे और अपनी मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे.
बता दें कि, राजधानी पटना में मेट्रो का काम तेजी से हो रहा है. ऐसे में ऑटो चालकों के लिए पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई. यदि ऑटो चालक इधर-उधर ऑटो रोकते हैं तो उन्हें भारी-भरकम चालान भरना पड़ता है. ऐसी स्थिति में ऑटो चालकों की सरकार से मांग है कि ऑटो की पार्किंग के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था पहले करनी चाहिए. इसके साथ ही ऑटो चालक संघ ने वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पटना जंक्शन टाटा पार्क ऑटो से नहीं हटाने की मांग की है. ऑटो चालक संघ का यह कहना है कि, ऑटो के रोजगार से करीब 40 हजार से अधिक लोग जुड़े हुए हैं. ऐसे में जब उन्हें पहले से निर्धारित पार्किंग से हटाया जाएगा तो उनके साथ काफी समस्या आएगी.
अपनी तमाम मांगों को लेकर आज संघ ने पूरजोर प्रदर्शन का निर्णय लिया है. वहीं, आज सुबह से ही प्रदर्शन का असर देखने के लिए राजधानी पटना के सभी इलाकों में मिल रहा है. ऑटो चलाने वाले सभी ऑटो चालकों को जबरदस्ती रोका जा रहा है. संघ के लोग माइक से अनाउंस कर रहे हैं और प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए सभी ऑटो चालकों से अनुरोध कर रहे हैं. इधर, प्रदर्शन की वजह से परेशानी आम लोगों को झेलनी पड़ रही है. सुबह-सुबह कई लोग अपनी ड्यूटी पर नहीं पहुंच पाएं तो वहीं कई बच्चे स्कूल जाने से वंचित रह गए. कुछ लोग तो पैदल ही अपने गंतव्य स्थान के लिए निकल पड़े. हालांकि, ऑटो चालकों की मांग पर सरकार क्या कुछ निर्णय लेती है, यह देखना होगा.