बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ,यह सरकार अपने पहले दिन से झूठ और भ्रष्टाचार की बुनियाद पर खड़ी है. यह सरकार केवल पैसे और परिवार के लिए बनी है. इस सरकार ने पिछले साढ़े चार वर्षों से राज्य को केवल लूटा है. खान खनिज,पत्थर, बालू,जमीन,गरीबों के अनाज और युवाओं की नौकरियों को लूटा है. आदिवासी,दलित,पिछड़ा, महिला युवा सभी वर्गों में निराशा है. विधि व्यवस्था ध्वस्त है. राजधानी के भीड़भाड़ के बीच हत्या हो रही है. अपराधी बेखौफ हैं. महिलाएं,बहन,बेटियां असुरक्षित हैं. सामूहिक रेप की घटनाएं आम हो गई हैं. हेमंत सरकार ने अपने पहले बजट सत्र में लाखों युवाओं को नौकरी देने और नहीं तो बेरोजगारी भत्ता देने की बात सदन पटल पर कही थी. लेकिन आज युवा हताश और निराश है।
बाबूलाल ने कहा कि आज सर्वजन पेंशन की बात करने वाली सरकार पिछले चार वर्षों से वृद्धों को भी पेंशन नहीं दे रही. ग्रीन कार्ड के नाम पर, अनाज देने के नाम पर एक दो महीने नाटक किया गया. सच्चाई यह है कि केंद्र सरकार द्वारा गरीबों के लिए भेजे जा रहे अनाज भी बिचौलिए दलाल लूट ले रहे. जनता इस सरकार से ऊब चुकी है और इसे सबक सिखाने के लिए सही समय का इंतजार कर रही है।
जेपीएससी,जेएसएससी की परीक्षाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. ब्लैक लिस्टेड एजेंसी के माध्यम से परीक्षाओं का संचालन कराकर राज्य सरकार ने नौकरियों को लाखों लाख में बेचवा दिया. आज युवा अभ्यर्थी धरने पर बैठने को मजबूर हैं. उनके पास भ्रष्टाचार के स्पष्ट प्रमाण हैं, फिर भी सरकार जिद पर अड़ी है. यह सरकार कानून नियमों से नहीं मनमाने ढंग से चल रही है. नौजवानों को ठग रही है।
इस सरकार ने पारा शिक्षकों,आंगनबाड़ी सेविकाओं,निविदा कर्मियों,सहायक पुलिस कर्मियों को नियमित करने का आश्वासन देकर समर्थन प्राप्त किया था. लेकिन ये सब आज झूठा साबित हुआ।