बिहार में डेढ़ लाख जीविका कैडर व डेढ़ करोड़ जीविका दीदियां सरकार द्वारा जीविका कैडरों का मानदेय भुगतान को समाप्त करने के निर्णय के खिलाफ इस निर्णय को रद्द करने, बढ़े हुए दर पर मानदेय भुगतान जारी रखने,पहचान पत्र देने , जीविका समूह का ऋण माफ करने जैसे 10 सूत्री मांगों के लिए पिछले 35 दिनों से हड़ताल पर हैं। नीतीश-भाजपा सरकार द्वारा इन जीविका कर्मियीं की मांगों को अनसुना करने के खिलाफ आंदोलन/ संघर्ष को और तेज करने की रणनीति बनाने को लेकर ।मंगलवार को पटना में बिहार प्रदेश जीविका कैडर संघ के आह्वान पर राज्य स्तरीय नेताओं की विशेष बैठक की। बैठक में सभी 38 जिला से एक सौ से अधिक नेताओं ने भाग लिया।बिहार प्रदेश जीविका कैडर संघ प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह की अध्यक्षता व ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव रणविजय कुमार के संचालन में सम्पन्न हुए बैठक को उक्त दोनों नेताओं , संघ के दर्जनों राज्य नेताओं के अलावे मुख्य रूप से भाकपा(माले) विधायक दल उपनेता सत्यदेव राम,विधायक संदीप सौरभ, एमएलसी सह स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय महासचिव शशि यादव, महासंघ (गोप गुट) के सम्मानित अध्यक्ष रामबली प्रसाद व स्कीम वर्कर्स फेडरेशन नेत्री रीता वर्णवाल ने संबोधित किया।माले विधायक सत्यदेव राम ने बैठक को संबोधित करते हुए नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला । उन्होंने कहा कि जीविका कर्मियों की मांगों के प्रति नीतीश -भाजपा सरकार के नकारत्मक रवैया को देखते हुए माले विधायक दल ने राज्यपाल को जीविका की माँगों पर मांग पत्र सौंपा है औऱ अब आंदोलन की गूंज 16 से 25 अक्टूबर तक भाकपा-माले के *बदलो बिहार न्याय यात्रा* के दौरान पूरे बिहार में ध्वनित होगी । उन्होंने जीविका कैडर संघ के नेताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि भाकपा-माले आपकी मांग व आंदोलन के साथ अंतिम समय तक साथ है जबतक की आपकी मांग पूरा नही हो जाती, उन्होंने कहा कि कल से बिहार में शुरू हो रहे बदलो बिहार न्याय पदयात्रा में भी माले जीविका की मांग को प्रमुखता से उठाएगी।