PATNA-लोकसभा चुनाव को लेकर PM मोदी आज दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं. पीएम मोदी आज शाम दिवंगत सुशील मोदी के परिजन से मुलाकात करेंगे और रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार को सिवान और पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करेंगे.
इस दौरे से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी से फिर से तीखे सवाल पूछे हैं. तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया के जरिए लिखा कि
माननीय प्रधानमंत्री जी,
आप इस चुनाव में 𝟏𝟏वीं बार बिहार आ रहे है। आप हार के डर से भले ही हमें लाख गालियाँ दीजिए, इस झुलसती गर्मी में जब तक आपके हृदय को ठंडक ना मिले तब तक इस 𝟑𝟒 साल के तेजस्वी पर निम्नस्तरीय निजी हमले करते रहें, पर आपसे हाथ जोड़कर विनम्र प्रार्थना है कि आप मेरे बिहार और प्यारी जनता के सवालों का जवाब भी अवश्य ही दीजिए। बिहार एकालाप कतई पसंद नहीं करता।
𝟏. प्रधानमंत्री जी, बिहार की जनता आपसे जानना चाहती है कि आपने 𝟏𝟎 सालों में बिहार से जो वादे किए थे उनमें से एक भी वादा आप पूरा क्यों नहीं कर पाए? क्यों आप अब अपने ही वादों पर कुछ नहीं बोलते हैं?
𝟐. आपको 𝟒𝟎 में से 𝟑𝟗 सांसद देने वाले बिहारवासियों को आप बताइए कि आपकी बिहार के विकास के लिए क्या योजना है? आपका बिहार को लेकर क्या विजन है?
𝟑. आप ना ही अपने ही कार्यकाल के 𝟏𝟎 साल पीछे की बात कर रहे हैं और ना ही आगे की योजनाओं पर कोई बात कह रहे हैं?
𝟒. आप बिहारवासियों की आशाओं और अपेक्षाओं को केवल 𝟓 किलो अनाज में ही क्यों तौलते हैं? देश के सबसे प्रतिभाशाली और मेहनती लोग बिहार के ही है। ऐसी बात कर आप बिहारियों की तौहीन करते है क्या?
𝟓. आपको शायद याद ना हो किंतु आदर्श गंगा योजना, नमामि गंगे, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, बुलेट ट्रेन, किसानों की आय दोगुना करना, हर गरीब को पक्का मकान देना, हवाई जहाज में हवाई चप्पल पहनने वाले को बिठाना.. ये सब आपकी ही योजनाएँ हैं। आज सभी योजनाएँ और वादे धराशायी क्यों पड़े हैं?
𝟔. नौकरी के तमाम दावों और प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार के वादे के बावजूद आपके कार्यकाल में नौकरी और रोजगार की स्थिति बद से बदतर क्यों हो गई? क्यों आप नौकरी-रोजगार का नाम तक भूल गए हैं?
𝟕. चुनावों में बेरोजगारी और महँगाई जैसे जनता को कचोट रहे समस्याओं पर बोलने के बजाय हिन्दू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद, हिंदुस्तान-पाकिस्तान, संपत्ति-मंगलसूत्र जैसी बचकानी बातें कर के देश की कौन सी समस्या का समाधान कर रहे हैं?
आपको जनता की समस्याओं और मुद्दों पर बात करनी ही होगी।