Aurangabad : भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह शीघ्र ही औरंगाबाद या रोहतास जिले के किसी खास विधानसभा की सीट से चुनाव लड़ने की स्पष्ट घोषणा कर सकती है। हालांकि, पहले से ही ज्योति के औरंगाबाद के नबीनगर, रोहतास के डिहरी या काराकाट में से किसी एक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा राजनीतिक हलको में जोर शोर से होती रही है। ज्योति की इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में सक्रियता भी इस बात को बल देती रही है। खुद ज्योति भी इन्ही तीनों सीटों में से किसी एक से विधानसभा चुनाव लड़ने की बात करती रही है। ज्योति के विधानसभा चुनाव लड़ने की बात न सिर्फ सियासी गलियारों में चर्चा का विषय रही है, बल्कि इसे लेकर आज भी जनता में भी उत्सुकता बनी हुई है, कि वह किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी लेकिन अब सीट फाइनल करने की बारी निकट आ गई है। अब सस्पेंस होगा खत्म, शीघ्र होगी किसी खास सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा-ज्योति के करीबी और विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ज्योति सिंह जल्द ही काराकाट, नबीनगर या डेहरी में से किसी एक विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकती हैं और इसे लेकर कयासों पर विराम लग सकता है।
हालांकि, यह सस्पेंस तब तक बरकरार रहेगा जबतक ज्योति किसी खास सीट का नाम लेकर स्पष्ट घोषणा नही कर देती है। ज्योति के करीबियों की बातों से स्पष्ट है कि वह खुद ही इस सस्पेंस को खत्म कर देना चाहती है और अतिशीघ्र वह तीनों में से एक किसी खास सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने की स्पष्ट घोषणा कर देगी। सभी प्रमुख दलों से चल रही टिकट की बात, बिहार की सियासत की होगी नया चेहरा-ज्योति खुद ही इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान यह कहती रही है कि चुनावी टिकट को लेकर वह राज्य के सभी प्रमुख दलों के लगातार संपर्क में है। इस मामले में ज्योति के करीबियों द्वारा कोई एक सीट शीघ्र फाइनल करने की बात बताने के यह संकेत है कि ज्योति ने पार्टी भी फाइनल कर ली है, तभी उसके करीबी अब इस तरह की बातें कर रहे है। ज्योति की पावर स्टार की पत्नी के ठपें से अलग हटकर पहचान बनाने की रही हैं भरपूर कोशिश- हालांकि ज्योति पर पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी का ठपा तो लगा ही रहेगा लेकिन उसने क्षेत्र में जनसंपर्क के दौरान अपनी स्वतंत्र पहचान बनाने की कोशिश भी की है। उसने कोई भी ऐसा मौका नही दिया है, जब अपने लिए क्षेत्र भ्रमण के दौरान उसके पति पवन सिंह साथ रहे हो। क्षेत्र भ्रमण के दौरान भी ज्योति ने अपनी खुद की मेहनत और संघर्ष से जनता से जुड़ाव बनाने की कोशिश की हैं। इस कोशिश में वह काराकाट, नबीनगर और डेहरी तीनों विधानसभा क्षेत्रों में लगातार सक्रिय रहते हुए जनता से सीधा संपर्क साधने का काम किया है।
इस दौरान ज्योति ने हमेशा इस बात का संकेत देने की कोशिश की है कि वह आने वाले विधानसभा चुनाव में अपना अलग और अहम रोल निभाएगी। काराकाट में खुद को बेटी के रूप में स्थापित करने की कोशिश के अलग संकेत-क्षेत्र भ्रमण के दौरान ज्योति सिंह जब भी काराकाट गई है, खुद को उसने वहां की बेटी कहा है। उसने काराकाट के गांव-गांव, टोला-टोला और हर पंचायत में जाकर महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों की समस्याएं सुनीं है। उनकी आवाज़ को मंच तक पहुंचाया। उसने पूरी कोशिश की है कि उसे काराकाट के लोग सिर्फ पावर स्टार की पत्नी नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण का चेहरा माने। ज्योति ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर लगातार फोकस कर बाकी नेताओं से अलग अपनी पहचान बनाने की भरसक कोशिश की है। गौरतलब है कि सियासत में जनता को किसी नेता पर भरोसा तभी होता है, जब वह उनकी तकलीफ को अपना तकलीफ समझता है। ज्योति ने अपने कार्यों से जनता का इस तरह का भरोसा जीतने की कोशिश जरूर की है। ज्योति का काराकाट पर ही ज्यादा फोकस ही वह वजह है, जो कुछ अलग संकेत दे रहा है। माना जा रहा है कि ज्योति सिंह फाइनली काराकाट से ही विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा करेगी।