Chapra - बड़ी खबर बिहार के सारण जिले से है, जहां जिले के SP डॉक्टर कुमार आशीष ने डोरीगंज थाना के चौकीदार से लेकर थानेदार को सस्पेंड कर दिया है. यह कार्रवाई ओवरलोडेड बालू ट्रैकों से अवैध वसूली को लेकर की है. Sp के इस कार्रवाई के बाद पूरे पुलिस महकमा में हड़कंप मचा हुआ है.थाना के कुल 18 पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है.
मिली जानकारी के अनुसार सारण एसपी को ओवरलोडेड ट्रकों से अवैध वसूली की सूचना मिली थी. इसके बाद उन्होंने डीएसपी वन के नेतृत्व में टीम का गठन किया और टीम के सदस्यों को वहां भेजकर जांच करवाई. इस जांच में पता चला कि अवैध वसूली में थाना के दरोगा से लेकर चौकीदार तक शामिल है। उसके बाद सरण एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थाने के दरोगा से लेकर चौकीदार तक को सस्पेंड कर दिया है इस कार्रवाई से सारण के पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
गौर तलब है कि सारण एसपी डॉक्टर कुमार आशीष ने यह खुलेआम चेतावनी पुलिस कर्मियों को दे दी है कि किसी भी पुलिसकर्मी के द्वारा अवैध रूप से वाहनों से वसूली या अन्य किसी माध्यम से पैसे की उगाही की जाती है तो उन पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी आज एसपी ने इस चेतावनी के तहत कार्रवाई शुरू की है।
बताते चले कि सारण जिले के डोरीगंज अवतार नगर मुफस्सिल समेत कई थाने ऐसे हैं जो अवैध बालू लगे ओवरलोडेड ट्रैकों से अवैध वसूली करते हैं क्योंकि आरा छपरा वीर कुंवर सिंह सेतु से होकर 24 घंटे में लगभग हजारों ट्रक गुजरते हैं और पुलिसकर्मी इन ट्रकों से अवैधूली करते हैं। इसके पहले भी एसपी ने कई पुलिस कर्मियों को अवैध वसूली के आरोप में सस्पेंड किया है।
इस संबंध में एसपी कुमार आशीष ने बताया कि लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थी और इसकी जांच उन्होंने डीएसपी वन को दी थी। जांच के क्रम में पाया गया कि अवैध ट्रकों से वसूली ट्रैकों को थाने पर लाकर सेटिंग कर छोड़ देने का भी आरोप है। एसपी ने डोरीगंज के थाना प्रभारी, पुलिस अवार्ड निरीक्षक राहुल रंजन, तेज नारायण सिंह, अजेश कुमार सिंह, सृजन मिश्रा,दीनदयाल राय प्रभंजन कुमार, चौकीदार सुमन मांझी को तत्काल निलंबित कर दिया गया है डोरीगंज थाना की शेष बचे 12 पुलिस अधिकारियों को पुलिस लाइन भेज दिया गया है सभी 18 पुलिस कर्मियों को स्पष्टीकरण मांगा गया है तथा अन्य सभी कर्मियों को दूसरे थाने में स्थानांतरित करने की कार्रवाई की जा रही है.उन पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
छपरा से एस के पंकज की रिपोर्ट