Patna - 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही चेहरा होंगे, यह फैसला आज राज्य की नई कार्यकारिणी की बैठक में हुआ है.
इस बैठक में खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद थे. हालांकि केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के इस बैठक में नहीं आने को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही है, पर नीतीश कुमार की मौजूदगी में आयोजित इस बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए हैं, जिसका असर आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में देखने को मिल सकती है.
इस बैठक में मुख्य रूप से मिशन 2025 की विधानसभा चुनाव की तैयारी और इसकी रणनीति पर जदयू नेताओं-कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश दिया गया। बैठक में सभी मंत्री, सांसद, विधायक समेत करीब 400 नेता और पार्टी पदाधिकारी भाग लिए. इस बैठक में छह अहम फैसले लिए गए हैं। जिसमें एनडीए के सहयोगी दलों के साथ तालमेल बिठाने को लेकर एक कार्यक्रम चलाए जाने की बात कही गई है। इसके अलावा जदयू सम्मान संवाद कार्यक्रम करेगी, जिसमें वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं से बात करेंगे। इस दौरान वैसे लोगों से मुलाकात किया जाएगा और कहा जाएगा कि आप सक्रिय रूप से साथ आइए।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने बताया कि बैठक का एजेंडा 2025 का विधानसभा चुनाव ही है। जैसा हमारे नेता नीतीश कुमार निर्देश हुआ है, उस हिसाब से कार्यकर्ता आने वाले दिनों में काम करेंगे.
बताते चलें कि इस कार्यकारिणी की बैठक से पहले जदयू कार्यालय के बाहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं. इस पोस्ट को लेकर विभिन्न दलों की राजनीतिक बयान बाजी शुरू हो गई है.