कुछ दिनों पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के चार लाख नियोजित शिक्षकों को बड़ा तोहफा दिया था. सीएम नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का ऐलान किया था. जिसके बाद नियोजित शिक्षकों के बीच मानो खुशी की लहर दौड़ गई. हालांकि, इस दौरान शिक्षकों के सामने यह भी शर्त रखी गई कि उन्हें सक्षमता परीक्षा पास करनी होगी. वहीं, अब इस सक्षमता परीक्षा को लेकर बड़ा अपडेट सामने आ गया है. दरअसल, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति यानी कि बिहार बोर्ड की ओर से सक्षमता परीक्षा ली जाएगी.
शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
बता दें कि, शिक्षा विभाग ने बीएसईबी को इसके लिए प्राधिकृत कर दिया है. विभाग की ओर से इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं. आपको यह भी याद दिला दें कि, बिहार में करीब 4 लाख नियोजित शिक्षक हैं. राज्य सरकार ने पहले ही शिक्षक नियमावली में बदलाव कर उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए बीपीएससी की परीक्षा पास करने की बाध्यता रखी थी. जिसका राज्यभर में बड़े पैमाने पर विरोध हुआ था. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि, वे नियमावली को बदलेंगे. इसके बाद नीतीश कैबिनेट से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का फैसला लिया गया.
सक्षमता परीक्षा देकर बन सकते हैं राज्यकर्मी
इसके तहत नियोजित शिक्षक अब एक सामान्य सक्षमता परीक्षा देकर राज्यकर्मी बन सकते हैं. उन्हें बीपीएससी टीचर के समान ही वेतन लाभ और अन्य सुविधाएं मिलेंगी. पहले बीपीएससी के द्वारा सक्षमता परीक्षा लेने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे लेकिन अब क्लियर हो गया है कि, शिक्षा विभाग ने अब सक्षमता परीक्षा लेने के लिए बीएसईबी को अधिकृत किया है. बताया जा रहा है कि, सक्षमता परीक्षा का पेपर बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति एग्जाम की तरह कठिन नहीं होगा. इसमें शिक्षकों का सामान्य टेस्ट लिया जाएगा, जिसमें यह जांचा जाएगा कि क्या शिक्षक बच्चों को पढ़ाने की न्यूनतम काबिलियत रखते हैं या नहीं.
नियोजित शिक्षकों को मिलेंगे तीन मौके
शिक्षा विभाग की माने तो, नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा तीन मौके दिए जाएंगे. यानी कि अगर पहली बार में कोई शिक्षक यह परीक्षा पास नहीं कर पाया तो उसके पास दूसरा और तीसरा मौका भी होगा. हालांकि, तीनों अटेंप्ट में फेल होने वाले नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं मिलेगा. बीएसईबी जल्द ही इस परीक्षा का पैटर्न और तारीख संबंधी जानकारी घोषित करेगा. जिसको लेकर नियोजित शिक्षकों की ओर से भी बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है.