बिहार में जल्द ही नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलने वाला है. हालांकि, इसके लिए उन्हें साक्षरता परीक्षा देनी होगी. साक्षरता परीक्षा पास करने वाले ही राज्यकर्मी कहे जायेंगे. इस बीच बड़ी खबर है कि परीक्षा के लिए आवेदन आज से ही भरे जाने हैं. बिहार के पौने चार लाख शिक्षक आज यानि कि 1 फरवरी से आवेदन कर सकते हैं. वहीं, आवेदन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से नियोजित शिक्षकों की परीक्षाएं ली जाएगी. इधर, इस परीक्षा को लेकर कुछ जानकारियां भी साझा की गई है.
समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने दी जानकारी
दरअसल, समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर के मुताबिक, सक्षमता परीक्षा के लिए फॉर्म भरने से पहले उसकी प्रक्रिया को अखबार में दिए गए विज्ञापन या समिति की वेबसाइट पर अपलोड जरूरी जानकारी को पढ़ लें, उसके बाद फॉर्म भरें. फॉर्म में सबसे पहले किस क्लास के शिक्षक हैं और किस प्रकार की उनकी नियोजन इकाई है वह भरना अनिवार्य है. किस विषय के शिक्षक हैं यह आवेदन में भरना होगा. इसके अलावा क्वालिफिकेशन के साथ बीएड एवं डीएलएड का विवरण देना होगा. उन्होंने यह भी बताया कि, सभी नियोजित शिक्षकों की पहले भी परीक्षा ली गई थी. उसमें जो उत्तीर्ण हुए थे या अनुत्तीर्ण हुए थे उसका विवरण भी देना अनिवार्य है.
तीन जिलों का देना होगा विवरण
नियोजित शिक्षकों के लिए यह भी आनंद किशोर की ओर से बताया गया कि, फॉर्म में पोस्टिंग के लिए तीन जिलों का विवरण भी देना होगा. शिक्षक 59 विषयों की परीक्षा देंगे. कक्षा 1 से 8 तक के लिए 8 विषय की परीक्षा होगी. पहले 7 विषय ही दिए गए थे. एक बांग्ला विषय भी नया जोड़ा गया है. कक्षा 9 और 10 के लिए 19 विषयों की परीक्षा होगी. पहले 17 विषय थे. अब अर्थशास्त्र और गृह विज्ञान को जोड़ा गया है. वहीं कक्षा 11 और 12 के लिए 31 विषय हैं. बता दें कि, सक्षमता परीक्षा 26 फरवरी से 13 मार्च तक होगी. अपने जिले में ही जहां केंद्र बनेगा वहां परीक्षा देनी होगी.
पूरे ढाई घंटे की ली जाएगी परीक्षा
यह भी बताया गया कि, नियोजित शिक्षकों की परीक्षा ऑनलाइन ली जयेगी, जिसका समय ढाई घंटे का होगा. इस परीक्षा में कट ऑफ मार्क्स नहीं होंगे. सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ होंगे. एक प्रश्न के चार विकल्प होंगे. परीक्षार्थी आवेदन भरकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को सबमिट करेंगे. वहां आवेदन की जांच की जाएगी. इसके बाद परीक्षा के चार दिन पहले वेबसाइट पर उनका एडमिट कार्ड जारी होगा. परीक्षार्थियों को एडमिट कार्ड लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय जाना अनिवार्य होगा. अगर वहां नहीं जाते हैं और जिला शिक्षा पदाधिकारी का हस्ताक्षर नहीं होता है तो वह परीक्षा में नहीं बैठ सकते हैं. परीक्षा से जुड़े हर एक नियम का पालन करना नियोजित शिक्षकों को आवश्यक होगी.