बीपीएससी द्वारा तीसरे चरण में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर परीक्षा ली गई थी. लेकिन, परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के बाद उसे रद्द कर दिया गया. हालांकि, इस मामले में जांच लगातार जारी है. वहीं, जांच के दौरान कई परतें इस पेपर लीक कांड की खुल रही है. बता दें कि, इससे पहले हजारीबाग से गिरफ्तार दो अभियुक्तों शिवम और अनिकेत को रिमांड पर लेकर इओयू ने पूछताछ की है. रिमांड पर लिये गये अभियुक्तों से हुई पूछताछ और बरामद दस्तावेजों की जांच में अब बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि, जिस प्रिंटिंग प्रेस को प्रश्न पत्र की छपाई का ठेका मिला था, वहां से पहले भी कुछ प्रतियोगिता परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हुए थे.
अभियुक्तों ने किये बड़े खुलासे
बता दें कि, ईओयू से पूछताछ में इन अभियुक्तों ने कुछ बड़े खुलासे किए हैं. यह भी पता चला है कि कोलकाता के इस प्रिंटिंग प्रेस का मालिक प्रश्न पत्र लीक के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है.आर्थिक अपराध इकाई यानि कि ईओयू इस बात की जांच कर रही है कि बीपीएससी ने पहले से बदनाम प्रिंटिंग प्रेस को ही प्रश्न पत्र की छपाई का काम क्यों दिया ? आयोग को पहले से इसकी जानकारी थी या नहीं ? यह चूक किसके स्तर पर हुई ? तो कुल मिलाकर देखा जाए तो इस खुलासे के बाद कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं.
अन्य अभियुक्त भी रिमांड पर लिए जा सकते हैं
इधर, शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में ईओयू की विशेष जांच टीम (एसआईटी) मामले में फरार चल रहे आरोपितों की भी तलाश कर रही है. इसके लिए शनिवार को भी कई स्थानों पर छापेमारी की गयी. जांच टीम ने हजारीबाग से गिरफ्तार किये गये कांड के दो आरोपियों शिवम और अनिकेत को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की है. इस पूछताछ में इकाई को कई अहम जानकारी हाथ लगी है. इसको देखते हुए जल्द ही कुछ अन्य अभियुक्त को भी रिमांड पर लिया जा सकता है. वहीं, आगे भी इस मामले को लेकर लगातार जांच जारी है. देखने वाली बात होगी कि, अब क्या कुछ नए खुलासे होते हैं.