बिहार के सियासी गलियारे से बड़ी खबर आ रही है कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी समेत कई बीजेपी नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इन नेताओं में बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधायक राजू सिंह, दिलीप जायसवाल की सुरक्षा बढ़ायी गयी है.
जानकारी के मुताबिक बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी को Z+ की सुरक्षा प्रदान की गई है. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली है. राजू सिंह और दिलीप जायसवाल को X श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
गौरतलब है कि बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष से हटने के बाद सम्राट चौधरी की सुरक्षा में कटौती की गई थी और विशेष सुरक्षा हटा दी गई थी. सम्राट को इससे पहले राज्य सरकार के तरफ से सुरक्षा दी गई थी. लेकिन, अब इन्हें केंद्र सरकार की तरफ से सुरक्षा मुहैया करवाई गई है. अब केन्द्र सरकार ने सम्राट चौधरी को सीआरपीएफ की Z श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
वहीं, बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल विजय कुमार सिन्हा को अब राज्य सरकार के साथ ही साथ केंद्र सरकार के तरफ से भी सीआरपीएफ की Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सिन्हा अब सीआरपीएफ जवानों की सुरक्षा से घिरे होंगे. इसके आलावा भाजपा विधायक राजू सिंह और विधान पार्षद दिलीप जायसवाल को मिली सीआरपीएफ की X श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
क्या होती है X, Y, Z श्रेणी की सुरक्षा
एक्स श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था के तहत दो कमांडों जवानों की तैनाती वीआईपी के साथ की जाती है. इस व्यवस्था के बारे में कहा जा सकता है कि ये एक तरह से पहले स्तर की सुरक्षा व्यवस्था है, लेकिन अगर अलर्ट गंभीर हो तो इस श्रेणी को छोड़कर वाई श्रेणी या अन्य दूसरे श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाती है. वहीं, वाई श्रेणी के तहत वीआईपी नेता या अन्य शख्स की सुरक्षा में कुल 11 जवान तैनात किए जाते हैं. इसमें आमतौर पर दो कमांडो और दो पीएसओ भी शामिल होते हैं.
इसके आलावा वाई प्लस की व्यवस्था के तहत वीआईपी या संबंधित शख्स की सुरक्षा में 11 कमांडों की तैनाती की जाती है. ये विशेष हथियारों के साथ लैस होते हैं. हालांकि उन 11 कमांडों में से करीब पांच जवान स्टेटिक पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए वीआईपी के आवास सहित आसपास रहते हैं, जो तीन शिफ्ट में कार्य करते हैं. जबकि जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था के अंतर्गत 36 जवानों की तैनाती होती है. ये सुरक्षा व्यवस्था सबसे बड़े स्तर का माना जाता है, क्योंकि आज के दौर में बहुत कम ही ऐसे वीआईपी हैं जिन्हे जेड प्लस की सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की गई है.
जेड प्लस श्रेणी के अंतर्गत केंद्रीय मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जस्टिस, हाईकोर्ट के जज, राज्यों के राज्यपाल या उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों सहित अन्य वीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था का आंकलन करने के बाद ही उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाती है. ऐसे में सम्राट को Z श्रेणी की सुरक्षा मिलना बहुत बड़ी बात कही जा रही है.
आपको बताते चलें कि, बीजेपी के अलावा एनडीए में शामिल या शामिल होने को तैयार चार दलों के नेताओं को भी जेड और वाई प्लस सिक्योरिटी कवर मिला है. केंद्र सरकार से सुरक्षा पाने वाले बीजेपी और एनडीए नेताओं की लिस्ट में सबसे नया नाम है पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे और हम के अध्यक्ष संतोष सुमन का जिन्हें वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है.
एनडीए के नेता में से चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी को सीआरपीएफ की सुरक्षा दी गई है. लोजपा-रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान को नए साल के तोहफा के तौर पर जनवरी में जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली है. फरवरी में सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर हो चुके वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी को वाई प्लस सुरक्षा दी गई. मार्च में राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को वाई कैटेगरी की सुरक्षा मिली जिसे मई में अपग्रेड करके जेड कैटेगरी का कर दिया गया है. इसके बाद अब इन लोगों को यह सुरक्षा दी गई है.