बिहार में भ्रष्टाचार है या बात राजद कहती थी नीतीश से लेकर ऊपर तक के लोगों को मिर्ची लगती थी अब दिलीप जायसवाल जो सरकार के मंत्री हैं वह कह रहे हैं वह आइना दिखा दिया ना बिन पैसे के कोई काम नहीं होता संस्थागत भ्रष्टाचार के रास्ते बिहार आगे गुजर रहा है भीष्म पितामह चुपचाप है ना mindless गवर्नमेंट है बिहार में, महागठबंधन में सुधाकर सिंह जब कृषि मंत्री थे वह कह रहे थे भ्रष्टाचार पर सवाल खड़ा किया था पूरी इर्द-गिर्द रहने वाले लोग मानव बेचैनी की गोली खा लिया था अब एक बकार निकलेगा क्या बिहार में संस्थागत भ्रष्टाचार था है और रहेगा एक व्यक्ति जो भ्रष्टाचार का पोषक है इस बात से कोई जानकारी नहीं सकता पूर्णिया से लाकर के किसी व्यक्ति को उच्च पदों पर डाल दो लेकिन संस्थागत भ्रष्टाचार को रोक नहीं पाते हो क्योंकि संस्थागत भ्रष्टाचार सरकार का पहला एजेंडा है