बिहार में बालू खनन पर रोक 15 दिन के लिए आगे बढ़ा दी है. राज्य में बालू खनन की शुरुआत अब एक की जगह 15 अक्टूबर से होगी. मॉनसून की सक्रियता को देखते हुए एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) ने बिहार में बालू खनन 15 दिन टालने का निर्देश दिया है. पहले के आदेश के मुताबिक एक अक्टूबर से बालू खनन शुरू होना था. इसके लिए घाटों के आवंटन का कार्य अंतिम चरण में है.
मालूम हो कि मॉनसून को लेकर एक जुलाई से 30 सितंबर तक राज्य के नदी घाटों से बालू खनन पर रोक लगाई गई थी. इधर, विभाग का दावा है कि राज्य में बालू की कोई समस्या नहीं है. खपत के अनुसार आगे चार महीनों तक का बालू भंडार है. वर्तमान में करीब सवा करोड़ मीट्रिक टन बालू का स्टॉक है. पिछड़े ढाई महीने की खपत देखें तो औसतन 30 लाख मीट्रिक टन प्रति महीना रहा है.
बिहार में 523 घाटों में से 268 की निविदा हो चुकी है. जिन घाटों की निविदा नहीं हुई है, उनमें ज्यादातर सफेद बालू के घाट हैं. इधर, विभाग ने नई बंदोबस्ती के साथ ही कई शर्तें लगाई हैं, जिसे बंदोबस्तधारियों को पूरा करना होगा. विभाग के निदेशक (खान) नैयर इकबाल ने कहा कि घाटों पर सीसीटीवी और धर्मकांटा लगाना अनिवार्य किया गया है. बालू की ढुलाई करने वाले वाहनों में जीपीएस लगाना भी अनिवार्य कर दिया गया है.