जेपी पटेल की विधानसभा की सदस्यता समाप्त कराने के लिए भाजपा विधायक दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के आवेदन को स्पीकर ने स्वीकार भी कर लिया है. अब विधानसभा न्यायाधिकरण में जेपी पटेल पर दलबदल का मामला चलेगा. झारखंड की राजनीति और लोकसभा चुनाव को लेकर विभिन्न मुद्दों पर भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी ने एक्सक्लूसिव बात की.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जेपी पटेल पर दलबदल का मामला चलेगा. जेपी पटेल भाजपा के सिंबल पर 2019 में विधायक बने थे, उन्होंने न तो दल से इस्तीफा दिया और न विधायिकी से और कांग्रेस में शामिल हो गए, ऐसे में दलबदल कानून के तहत स्वतः उनकी सदस्यता समाप्त हो जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि ट्रायल की कोई आवश्यकता ही नहीं है. अमर बाउरी ने कहा कि बेहतर तो यह होता कि जिस तरह से सीता सोरेन ने भाजपा में शामिल होने से पहले जेएमएम और विधायिकी से इस्तीफा दे दिया था उसी तरह का आचरण, जेपी पटेल को भी करना चाहिए था.
अमर बाउरी ने कहा कि दरअसल हजारीबाग लोकसभा सीट से जीत को लेकर जेपी पटेल में कॉन्फिडेंस नहीं है. वह किसी के बहकावे में आकर ट्रैप होकर आत्मघाती कदम उठा लिया है. राज्य में सभी 14 लोकसभा सीट पर NDA की जीत तय है. ऐसे में वह लोकसभा हार के बाद भी छह महीने विधायक बने रहना चाहते हैं.
झामुमो में टूट की शुरुआत बताते हुए अमर बाउरी ने कहा कि ठगबंधन की सरकार के खिलाफ लोबिन हेंब्रम पूर्व में भी अपनी बात मुखरता से उठाते रहे हैं, लेकिन जब जब मौका आता है तो वह सरकार के साथ भी हो जाते हैं. ऐसे में अब, जब राजमहल सीट से लोबिन ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है तो वह नामांकन की तिथि आते-आते अपना फैसला बदल न दें, इसकी भी संभावना बनी रहती है. ऐसे में अब समय आ गया है जब लोबिन अपनी कथनी और करनी को एक समान होने की बात साबित करें.
के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि INDIA ब्लॉक ने राज्य में GIVE UP कर दिया है. उनके नेता जनता का मूड समझ चुके हैं. हारे हुए घोड़े पर कोई दांव नहीं लगाता है.
भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के नेता और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि खाने पीने को लेकर कोई बंदिशें नहीं हैं लेकिन सार्वजनिक जीवन में रहने वाले लोगों को इसका ख्याल रखना चाहिए.
अमर बाउरी ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव इस मायने में खास होगा कि NDA 400 के पार के होगा और परिवारवाद-वंशवाद की राजनीति में ताबूत की आखिरी कील साबित होगा.