बिहार की राजनीती में इन दिनों उथल पुथल ज़ारी है , जबसे नीतीश कुमार नें एक बार फिर से महागठबंधन का हाथ थामा है तबसे लगातार कई बदलाव बिहार की राजनीती में देखने को मिल रहा हैं , इधर कुछ समय से कई सवाल नीतीश कुमार पर खड़े हो रहे हैं , कल बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मंझी के बेटे संतोष सुमन नें नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दिया जिसके बाद उन्होंने भी नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लागाते हुए कहा था की वो हम का विलय जनता दल यूनाइटेड में करने का दवाब बना रहे थे और अपनी पार्टी का अस्तित्व बचाने के लिए उन्होंने इस्तीफा दिया .
इधर, उनके इस्तीफे के बाद कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नें अपने आवास पर एक इमरजेंसी बैठक बुलाई जिसके बाद उन्होंने संतोष सुमन के इस्तीफे को स्वीकार किया . वही एक बड़ी खबर ये सामने आ रही है की दिल्ली में बिहार बीजेपी के सभी वरीय पदाधिकारियों को बैठक के लिए बुलाया गया है .ख़बरों की माने तो ये बैठक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राष्ट्रीय महामंत्री की तरफ़ से आयोजीत की गई है वहीँ ये बैठक दिल्ली होने वाली है, राजनीती गलियारे में ये चर्चा है की इस बैठक में 23 जून को बिहार में होने वाले विपक्षी एकता की बैठक को लेकर रणनीति बने जा सकती है ,साथ हीं लोकसभा चुनाव होने से पहले मांझी की पार्टी का रुख क्या होगा इसपर भी चर्चा की जाएगी .
वहीँ इस बैठक में भाजपा के प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय महामंत्री के साथ बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी , बिहार विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा ,केंद्र में मंत्री गिरिराज सिंह , अश्विनी चौबे ,बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत बिहार बीजेपी के कई बड़े मंत्री और नेता शामिल होंगे ...