बिहार के बक्सर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आक्रोश कम होने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी के सैकडों सक्रिय कार्यकर्ताओं ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए शीर्ष नेतृत्व को भी आगाह कर दिया है कि अगले चुनाव में पार्टी ने यदि सांसद को बक्सर से उम्मीदवार बनाया तो कार्यकर्ता ही उनकी जमानत जब्त कर यहां से भागलपुर भेज देंगे.
मंत्री का किया पुतला दहन
2014 से अब तक बक्सर लोकसभा सीट से सांसद रहे अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ कार्यकर्ताओं के आक्रोश का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि 25 मई को जिला कार्य समिति की बैठक मंत्री के सामने ही खड़ा होकर कार्यकर्ता अश्विनी कुमार चौबे मुर्दाबाद के नारे लगाते हैं. जिसके बाद मंत्री के गुर्गों ने कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई कर दी, जिसका वीडिओ भी वायरल हो रहा है. बंद कमरे के बाद अब बक्सर एवं डुमरांव में सड़कों पर उतरकर कार्यकर्ता सांसद का पुतला दहन कर रहे हैं और मुर्दाबाद का नारे लगा रहे हैं.
विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं की है लंबी लिस्ट
अपने ही पार्टी के सांसद के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले वरीय नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं की लंबी लिस्ट देखकर मंत्री भी घबड़ाये हुए हैं. यही कारण है कि 25 मई को उन्होंने मंच से खुलेआम कार्यकर्ताओं को चेतावनी दे डाली थी कि ना तो राजनीति में हम किसी को आंख दिखाते हैं और ना ही कोई हमें आंख दिखाए तो बर्दाश्त करते हैं. टिकट के लिए कभी हाथ नहीं पसारा हूं और ना ही भीख मांगा हूं. लेकिन, जब चुनाव लड़ने आया था तब भी मेरे अपने मेरा विरोध कर रहे थे और आज भी कर रहे हैं.
क्या कहते हैं कार्यकर्ता
अपने ही पार्टी के सांसद के खिलाफ सड़क पर उतर कर पुतला दहन करने वाले कार्यकर्ताओं ने बताया कि, जिला स्तर पर भी संगठन में हस्तक्षेप कर सांसद ने राजद के लोगों को जिला अध्यक्ष, तो सीपीआईएमएल के कार्यकर्ताओं को बीजेपी का मंडल अध्यक्ष बनवा दिया है और अपने पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को भागीरथी में रातों-रात फेंकवा देने की धमकी दे रहे हैं. सक्रिय कार्यकर्ताओं की पिटाई करवाई जा रही है. यह भी कहा कि, शीर्ष नेतृत्व से यह मांग है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अश्विनी कुमार चौबे को बक्सर से टिकट नहीं दें. उसके बाद भी पार्टी ने उन्हें बक्सर लोकसभा सीट से मैदान में उतार दिया तो कार्यकर्ता ईट से ईट बजा देंगे. गौरतलब है कि, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष माधुरी कुंवर, दुर्गावती चतुर्वेदी समेत आधा दर्जन पूर्व जिला अध्यक्षों के साथ सैकड़ों पुराने सक्रिय कार्यकर्ताओं ने सांसद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कई गंभीर आरोप लगाये हैं.