भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 26 अप्रैल को गिरिडीह के गांडेय स्थित लेद हटिया मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। इसमें आम लोगों की भारी भीड़ थी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत की जय जयकार पूरी दुनिया में हो रही है देश की जय जयकार तभी होगी जब नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित और समृद्ध भारत बनाएंगे। प्रधानमंत्री की सोच है की हर व्यक्ति को भोजन मिलना चाहिए। बीमार होने पर उनका बेहतर इलाज होना चाहिए। ऐसे भारत को बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री मोदी के 10 वर्ष के कार्यकाल को देखेंगे तो स्पष्ट होगा कि आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने इतना काम नहीं किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मां बहनों की इज्जत का भी ख्याल रखा। हर घर में शौचालय बनवाया। गैस का कनेक्शन दिया। गरीबों को रहने के लिए प्रधानमंत्री आवास दिया।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2014 से पहले आतंकवादी हमले देश पर होते थे। तब केंद्र सरकार कभी अमेरिका जाती थी, कभी यूएनओ जाती थी। कहती थी कि हमारे यहां बम विस्फोट हो गया है। पूरी दुनिया भारत पर हंसती थी। 2014 में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी, तब उन्होंने कहा कि बाहर से एक भी आतंकवादी अगर यहां हमला करेगा तो उसे घुसकर मारेंगे। जब देश में एक दो घटना हुई तब सेना के जवानों ने घुसकर मारा। इसके बाद इंडी गठबंधन के लोग इसका सबूत मांगने लगे। यह लोग देश विरोधी हैं। विकास विरोधी हैं। इन लोगों से सावधान रहना होगा।
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन के लोग झारखंड और विकास विरोधी हैं। झारखंड अलग राज्य की लड़ाई देश आजाद होने के समय से चल रहा था। कांग्रेस 50-60 साल तक सत्ता में रही, लेकिन झारखंड अलग राज्य का निर्माण नहीं किया। झारखंड अलग राज्य के लिए आंदोलन करने वालों को खरीद लिया। फिर उन्हें जेल में भेज दिया, लेकिन झारखंड राज्य नहीं बनाया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद झारखंड अलग राज्य का निर्माण हुआ। भाजपा जो करती है, वह करती है।
श्री मरांडी ने कहा कि लोकसभा में जनता 5 साल के लिए सांसद का चुनाव करेगी। विधानसभा उपचुनाव में मात्र 5 महीने के लिए विधायक का चुनाव करेगी। विधानसभा के वर्तमान हालात के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जिम्मेदार है। अपने जिसे विधायक बनाया था, उसे रिजाइन करा कर दिल्ली भेज दिया गया। दिल्ली भेजना ही था तो कल्पना सोरेन को दिल्ली भेज देते। 5 महीना में दो-दो बार चुनाव तो नहीं करना पड़ता, लेकिन उन लोगों की मंशा ठीक नहीं है। इस चुनाव में उन लोगों को जवाब देना है।