बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े आज बिहार के बक्सर जिले में पहुंचे. जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान महागठबंधन की सरकार पर जमकर हमला बोला. दरअसल, 12 जून को विपक्षी दलों की बैठक होने वाली थी, जो रद्द कर दी गई. इसे लेकर विनोद तावड़े ने तंज कसते हुए कहा कि, जो 18 पार्टियां एक बैठक की तिथि तय नहीं कर सकती है, वह प्रधानमंत्री कैसे तय करेंगे. जिस इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया, जिसके खिलाफ जयप्रकाश नारायण ने इतना बड़ा आंदोलन जिस बिहार के धरती से शुरू किया, आज उसी कांग्रेस की गोद में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार खेलने को तैयार हैं.
वहीं, इस दौरान विनोद तावड़े ने ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन दुर्घटना मामले में भी प्रतिक्रिया दी. मामले में बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने केंद्र सरकार का बचाव करते हुए कहा कि, इतना बड़ा रेल हादसा होने के बाद भी तीन दिन के अंदर पटरियों पर फिर ट्रेन दौड़ने लगी. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि केंद्र में जिसका भी सरकार रहा हो वह मामले की सच्चाई को सामने लाने के लिए सीबीआई जांच का आदेश दिया हो. यह केवल नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में ही संभव है क्योंकि मन साफ है.
साथ ही बिहार सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, यहां तो बिहार में 1710 करोड़ का पुल दूसरी बार जल समाधी ले लेता है और बिहार सरकार उसी विभाग के अपने चहेते अधिकारी को जांच का आदेश दे देते हैं. जांच तो इस बात की होनी चाहिए कि 2010 और 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान टेंडर देने के एवज कम्पनी ने जदयू को क्या लाभ दिया. पूरा देश जानता है कि नीतीश कुमार के आगे टेंडर देने में किसी का बस नहीं चलता है. गौरतलब है कि, जिस ट्रेन हादसे में 900 लोग घायल हुए हैं और 233 लोगों की जान चली गई, उस मौत पर भी सियासत कर नेता चुनावी लाभ लेने के फिराक में लगे हुए हैं, जिसे देश की जनता देख रही है.