खबर बक्सर जिले से है जहां के डुमरांव शहर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने ही पार्टी के स्थानीय सांसद सह भारत सरकार के मंत्री की शव यात्रा निकालकर खूब नारेबाजी की. जिसे देखकर हर कोई हैरान था. हाथ में बीजेपी का झंडा, गले में कमल छाप का पट्टा लगाकर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मंत्री के 9 साल की नाकामियों को बताते हुए उन्हें विकास विरोधी बताया. इस दौरान स्थानीय लोग घरों से बाहर निकलकर इस माजरे को समझने का प्रयास कर रहे थे.
शव यात्रा के बाद किया दाह संस्कार
पार्टी के सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के पुतले का जनाजा शहर के शहीद पार्क से निकलकर गोला रोड होते हुए नया थाना के पास पहुंचा. जहां, उनके पुतले को जलाकर दाह संस्कार किया एवं विरोध में जमकर नारे लगाए. इस दौरान भाजपा नेता संतोष कुमार दुबे ने कहा कि, माननीय सांसद के कार्यकाल का 9 वर्ष हो गया. लेकिन, इनके द्वारा इस कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में क्या-क्या विकास का कार्य किया गया है, उसका कोई हिसाब तक नहीं है.
क्या कहते हैं भाजपा के नेता
शव यात्रा में शामिल होने पहुंचे भाजपा के नेताओं ने बताया कि, केंद्र की सरकार 9 साल में बक्सर के विकास के लिए सांसद को 45 करोड़ की राशि दी है. लेकिन, वह फंड कहां है और किस मद में खर्च हुआ है, इसका कोई जवाब मंत्री नहीं देते हैं. वहीं, कोरानसराय के पूर्व मंडल अध्यक्ष सह मुंगाव मुखिया इंदल सिंह ने कहा कि, किसानों की समस्याओं पर सांसद महोदय चुप्पी साधे हुए हैं. जबकि चुनाव के दौरान इन लोगों का एक ही नारा रहता है कि हम किसान के नेता हैं. आज के दौर में किसान किस हालत में अपना जीवन गुजार रहे हैं. पूरे कार्यकाल के दौरान उन्होंने कभी भी आकर नहीं देखा. एक ओर सरकार यह कह रही है कि किसानों के लिए पूरे दिन बिजली उपलब्ध रहेगी. जबकि 6 घंटा भी शुद्ध बिजली नहीं रहता है. वहीं, नहरों में पानी तक नहीं है. धान की रोपनी शुरू हो चुकी है और किसान परेशान हैं.
गौरतलब है कि, पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा अपने ही सांसद का शव यात्रा निकालने पर महागठबंधन के नेताओं में खुशी का लहर है और महागठबंधन के नेता अपनी एकजुटता का यह जीत मान रहे हैं. जहां चुनाव से पहले ही केंद्रीय राज्य मंत्री के विरोध में उनके ही पार्टी के नेता और कार्यकर्ता खड़े हो गए हैं.