आज बोचहां प्रखंड मुख्यालय पर सैकड़ों की तादाद में पहुंचे भाकपा माले के जन संगठन अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा के नेतृत्व में महिला पुरुषों ने वार्ता नहीं होने से आक्रोशित हो उठे और मुख्य द्वार को जमकर प्रखंड कर्मी को बंधक बना लिया. आंदोलन कर्मियों के तेवर को देखते हुए कुछ ही देर बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी पहुंची. जिसके खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई.
वार्ता में खेमस के जिला सचिव राम नंदन पासवान, सह सचिव वीरेंद्र पासवान ,माले नेता रामबालक सहनी, इंद्रजीत कुमार बबलू ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को कहे कि प्रखंड व अंचल अधिकारी की अफसरशाही से आम जनता के सवालों का हल नहीं हो रहा है. भूमिहीनों को वास आवास का सवाल हो, पर्चा देने या जमीन बंदोबस्त करने का सवाल हो या दलितों के टोले में संपर्क पथ अथवा दाखिल खारिज व परिमार्जन का सवाल हो इसमें मनमानी है.
आम जनता कार्यालय का चक्कर लगाकर थक कर बैठ जाता है. नेताओं ने प्रखंड व अंचल के विधि व्यवस्था व कामकाज को ठीक करने की बात कही. प्रखंड विकास पदाधिकारी को 5 सूत्री मांग पत्र राष्ट्रपति के नाम से सौंपा गया. जिसमें सभी भूमिहीनों को वास आवास हेतु 5 डिसमिल जमीन देने, वृद्धों विधवाओं को पेंशन ₹3000 प्रतिमाह करने मनरेगा में ₹600 मजदूरी व 200 दिन काम देने की गारंटी, आवास की राशि 5 लाख करने, दलित ,गरीब, आदिवासी, अकलियतों एवं महिलाओं को सुरक्षा व सम्मान देने की गारंटी करने की मांग थी.
सभा की अध्यक्षता वीरेंद्र पासवान किए संबोधित करने वालों में राम नंदन पासवान, रामबालक सहनी, सूरज कुमार सिंह ,इंद्रजीत कुमार बबलू, दिनेश ठाकुर, मोहम्मद करीम, रामचंद्र साह, प्रमिला देवी ,नूर आलम, संजय राय ,शत्रुध्न सिंह, रीता देवी, कांति देवी व अन्य लोग थे. नेताओं ने कहा कि मजदूरों के अधिकार में केंद्र की सरकार बड़ी कटौती करती जा रही है. मनरेगा में मिट्टी काटने व ढोने के लिए ₹228 देना क्या न्याय संगत है ?देश के मजदूरों के साथ ऐसी उपेक्षा नहीं चलेगा.
रामबालक सहनी
माले प्रखंड सचिव