बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) चेयरमैन अतुल प्रसाद ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा है. बीपीएससी शिक्षक बहाली के डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया से शिक्षा विभाग ने टीचर्स एवं अन्य अफसरों को ड्यूटी हटवा ली. अब आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली है. उन्होंने नेकहा कि इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने यह भी दावा किया कि कुछ तत्व शिक्षक बहाली परीक्षा की डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया को रद्द करवाना चाहते हैं.
बीपीएससी चेयरमैन अतुल प्रसाद ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर की. इसमें उन्होंने कहा, "सरकार ने खुद ही पहले अफसरों की ड्यूटी लगाई और बाद में उसे बदल दिया. इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. मगर जो तत्व हमारी शिक्षक बहाली के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया को रद्द करवाना चाहते हैं, उन्हें और मेहनत करनी चाहिए."
बीपीएससी चेयरमैन ने वैसे तो अपनी पोस्ट में किसी का नाम नहीं लिया. मगर माना जा रहा है कि उनका यह निशाना सीधे तौर पर शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक पर था. पाठक के निर्देश पर ही बीते मंगलवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद ने बीपीएससी सचिव को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने नियमावली का हवाला देते हुए शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रमाण पत्र सत्यापन की प्रक्रिया में शिक्षकों एवं शिक्षा विभाग के अफसरों की प्रतिनियुक्ति पर आपत्ति जताई. उन्होंने ड्युटी पर लगे अफसरों और कर्मियों को तुरंत कार्यमुक्त करने के निर्देश दिए थे.