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BPSC चेयरमैन अतुल प्रसाद ने शिक्षक अभ्यर्थियों को दी चेतावनी, गंभीर हो सकते हैं परिणाम

बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से अगस्त महीने में बिहार में 1 लाख 70 हजार पदों पर शिक्षकों की बहाली को लेकर परीक्षाएं ली थी. अब जल्द ही जितने भी अभ्यर्थी हैं, उनका रिजल्ट भी जारी कर दिया जायेगा. लेकिन, इस बीच बिहार लोक सेवा आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने सभी अभ्यर्थियों को चेतावनी दे दी है. शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी होने से पहले बिहार लोक सेवा आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने उन अभ्यर्थियों को चेतावनी दी है जिन्होंने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान जानबूझकर गलत प्रमाणपत्र सब्मिट किए थे. 

एक्स पर अतुल प्रसाद ने दी चेतावनी  

अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि, 'शिक्षक भर्ती के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की जांच में पाया गया कि कई अभ्यर्थियों ने गलत प्रमाणपत्र जमा किये थे और डीवी के दौरान सही प्रमाणपत्र प्रस्तुत नहीं किये थे. इससे पता चलता है कि यह जानबूझकर किया गया था. यह डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया को रोकने का एक कारण हो भी सकता है या नहीं भी. लेकिन यह तय है कि इसके जो परिणाम होंगे, वह बेहद गंभीर होंगे.'

6 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा में लिया था भाग 

बता दें कि, बिहार लोक सेवा आयोग माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब 1.70 हजार पदों पर भर्ती के लिए 24, 25 और 26 अगस्त 2023 को शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE) का आयोजन कराया था. इस परीक्षा में करीब 6 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया था. बीपीएससी ने कुछ दिन पहले कहा था कि ओएमआर शीट पर जिन उम्मीदवारों का क्वेश्चन सीरीज भरना छूट गया था उनका भी रिजल्ट जारी किया जाएगा. आयोग ने कहा कि, ऐसे जितने भी उम्मीदवार जिन्होंने ओएमआर शीट में क्वेश्चन सीरीज भरना छूट गया था, उन सभी उम्मीदवारों की कॉपी भी स्केल यानी जांची गई है. जिन उम्मीदवारों का नहीं है, उन पर चारों स्टेप का स्केल-ए, बी, सी और डी किया गया है. जिसमें उम्मीदवार के ज्यादा मार्क्स होंगे- चाहे वह बी में हो, डी में हो या फिर ए में वही माना जाएगा.

इसके लिए काटे जा सकते हैं नंबर 

बता दें कि, बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने यह भी कहा है कि, ओएमआर शीट पर गलत प्रश्न पुस्तिका श्रृंखला लिखने या उससे संबंधित कॉलम को खाली छोड़ने वाले अभ्यर्थियों का आगे आने वाली भर्ती परीक्षाओं में दंडस्वरूप कुछ अंक काटे जाएंगे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी दी. उधर यह भी बता दें कि, कक्षा 1 से 5 तक की कक्षा के लिए बीएड योग्यताधारी को भी शिक्षक बनने का मौका दिए जाने के मामले पर राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी. इस पर आज सुनवाई होनी है. कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक पद के लिए 3 लाख 90 हजार बीएड योग्यताधारियों ने परीक्षा दी है. अभ्यर्थियों ने भी सुप्रीम कोर्ट में अपील कर मौका देने की मांग की है. अब देखना होगा कि, सुप्रीम कोर्ट का क्या फैसला होता है.

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