बिहार में शिक्षक बहाली को लेकर BPSC ने नया गाइडलाइन जारी किया है. बिहार लोक सेवा आयोग यानी कि BPSC ने शिक्षक बहाली परीक्षा के दौरान नक़ल एवं फर्जी अभ्यर्थियों को रोकने के लिए कई स्तर पर जांच करने की रणनीति बनाई है. अभ्यर्थियों का परीक्षा केन्द्रों पर सख्ती से चेकिंग किया जाएगा. एग्जामिनेशन सेंटरों पर अभ्यर्थियों की आंखों की पुतली और चेहरे का मिलान करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा. अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले तक ही सेंटर में प्रवेश मिलेगा. परीक्षा खत्म होने के बाद भी साथ ही बिना अनुमति के परीक्षार्थी सेंटर से बाहर नहीं निकल पाएंगे. BPSC ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं.
BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा 24 से 26 अगस्त के बीच दो शिफ्टों में आयोजित की जाएगी. अभ्यर्थियों को जिला आवंटित कर दिया गया है. हालांकि, अभी एग्जाम सेंटर की जानकारी साझा नहीं की गई है यानी एग्जाम सेंटर के बारे में अभी अभ्यर्थियों को नहीं पता है. BPSC ने गुरुवार, 10 अगस्त को शिक्षक भर्ती परीक्षा की एग्जाम सिटी, सेंटर कोड, डेट, और शिफ्ट टाइमिंग की डिटेल्स जारी कर दी है. आयोग ने अभी परीक्षा केंद्रों के नाम व पते का खुलासा नहीं किया है. परीक्षार्थी एग्जाम डेट से चार दिन पहले अपने फाइनल एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे. यानी ये माना जा रहा है कि 20 अगस्त को फाइनल एडमिट कार्ड जारी कर दिए जाएंगे. परीक्षा 24 अगस्त से 26 अगस्त तक दो शिफ्टों में राज्य के सभी जिलों में स्थित केंद्रों पर आयोजित होगी.
एडमिट कार्ड को लेकर भी परीक्षार्थियों के मन में कुछ संशय थे जिसपर आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने 1.70 लाख शिक्षक भर्ती और 69वीं प्रीलिम्स परीक्षा के एग्जाम सेंटर और एडमिट कार्ड को लेकर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा (BPSC TRE) के ई-एडमिट कार्ड ही फाइल एडमिट कार्ड होंगे. सेंटर कोड डिकोड किए जाने के बाद कोई अन्य एडमिट कार्ड नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जहां तक संभव हो पाया, शिक्षक भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों को उनका गृह जिला ही आवंटित किया गया है. BPSC 69वीं प्रीलिम्स परीक्षा में भी ऐसा ही अलॉटमेंट किया जाएगा.
BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को एग्जाम सेंटर पर परीक्षा शुरू होने से ढाई घंटे पहले रिपोर्टिंग करनी होगी यानी आपको परीक्षा केंद्र पर एग्जाम शुरू होने के ढाई घंटे पहले पहुंचना होगा. एक घंटे पहले तक सभी अभ्यर्थी अंदर प्रवेश कर सकेंगे, इसके बाद नहीं. इसके बाद किसी की भी एंट्री नहीं होगी. अगर कोई अभ्यर्थी नक़ल जैसी घटनाओं में संलिप्त पाया गया, तो उसे आगे की परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा.
सख्ती यहीं पर खत्म नहीं होगी, परीक्षा खत्म होने के बाद भी अभ्यर्थी बिना अनुमति के बाहर नहीं निकल पाएंगे. सभी अभ्यर्थियों से OMR शीट लेने के बाद वीक्षक उसे सील करेंगे. इसके बाद ही अभ्यर्थियों को एग्जाम सेंटर से बाहर जाने दिया जाएगा. परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को काला, नीला बॉल पेन और सफ़ेद पेन लेकर प्रवेश मिलेगा. इसके अलावा कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट वे अंदर नहीं ले जा सकेंगे.
इसके अलावा बीपीएससी ने 1.70 लाख शिक्षक भर्ती के नोटिफिकेशन में मिनिमम क्वालिफाइंग मार्क्स संबंधी नियमों में एक संशोधन किया है। नए नोटिस में कहा गया है कि परीक्षा के मिनिमम क्वालिफाइंग मार्क्स को कम किया जाएगा अगर किसी विषय/वर्ग में 75 फीसदी से कम अभ्यर्थी उत्तीर्ण होते हैं। नोटिस में कहा गया है, 'विज्ञापन में कहा गया है कि लिखित परीक्षा में शामिल सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 40 फीसदी, पिछड़ा वर के उम्मीदवारों को 36.5 फीसदी, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को 34 फीसदी एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति महिलाओं तथा निशक्त दिव्यांग उम्मीदवारों को 32 फीसदी मिनिमम क्वालिफाइंग मार्क्स प्राप्त करना अनिवार्य होगा, वरना वे परीक्षा से बाहर हो जाएंगे।' अब इसमें एक संशोधन को शामिल किया गया है। आयोग ने कहा है 'लेकिन कुल रिक्तियों या कुल अभ्यर्थी दोनों में से जिसकी संख्या कम हो, उसके कम से कम 75 फीसद तक (निम्नतर पूर्णांक में) अनुशंसा भेजने के लिए आवश्यकतानुसार उक्त क्वालिफाइंग मार्क्स अभ्यर्थी हित में इस हद तक शिथिल रहेगा।'