DESK- बीपीएससी द्वारा नियुक्त शिक्षक भर्ती में भी फर्जी 12 का मामला धीरे-धीरे सामने आने लगा है. इन फर्जीवारे से नियुक्त हुए शिक्षकों के खिलाफ अब कार्रवाई शुरू हो गई है. गोपालगंज में एक ऐसे ही फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है जिसमें अभ्यर्थी स्नातक भी पास नहीं है और वह 11वीं एवं 12वीं के लिए शिक्षक नियुक्त हो गया है.
इस शिक्षक का नाम मंटू मांझी है और ये गोपालगंज के बरौली प्रखंड के माधवपुर स्थित डीपी उच्च विद्यालय में कंप्यूटर के शिक्षक पद पर ड्यूटी कर रहैं हैं.इनकी नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा प्रथम चरण के शिक्षक भर्ती परीक्षा के तहत हुई है. इन्हें जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा पत्र भेज कर स्पष्टीकरण मांगा गया है. इस पत्र में कहा गया है कि आपकी नियुक्ति 11-12 क्लास के लिए कंप्यूटर साइंस के विषय के लिए हुई है और आपकी नियुक्ति इंटर पास होने के बाद डिप्लोमा के आधार पर हुई है. आपके पास न तो स्नातकोत्तर की डिग्री है और ना ही स्नातक की. इस अनुसार आप शिक्षक अभ्यर्थी की योग्यता नहीं रखते हैं. बिना योग्यता के ही आवेदन देने और फिर नौकरी ज्वाइन करना कहीं से भी उचित प्रतीत नहीं होता है. इसलिए क्यों नहीं आपको सेवा से अमान्य कर दिया जाय.
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कार्य पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. और परीक्षा में असफल रहे कई अभ्यर्थी सीधे-सीधे आरोप लगा रहे हैं, की बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है. इस फर्जी वेयर के लिए अभ्यर्थी के साथ ही परीक्षा लेने वाली एजेंसी बीपीएससी और शिक्षा विभाग भी कहीं न कहीं जिम्मेदार है.