PATNA:-चुनावी मौस में BIHAR का तापमान 40 पार चल रहा है और कई इलाकों में भीषण गर्मी और लू का असर दिख रहा है.इस भीषण गर्मी को देखते हुए पटना के डीएम ने स्कूलों बच्चों का बड़ी रहात दी है और 20 से 30 अप्रैल तक के लिए आंगनवाड़ी केन्द्र समेत सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में क्लास 10 तक की कक्षा को स्थगित रखने का आदेश जारी किया है.
सरकारी शिक्षकों को राहत नहीं
पर पटना डीएम के स्कूल बंद करने के आदेश से जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को राहत नहीं मिलने वाली है.क्योंकि इस आदेश में सुबह 11.30 बजे से संध्या 4 बजे तक शैक्षणिक कार्य पर रोक लगाया गया है,जबकि सरकारी स्कूलों में शिक्षा विभाग ने 15 अप्रैल से 15 मई तक पहले ही गर्मी छुट्टी कर दी है,पर इस छुट्टी का लाभ शिक्षकों को नहीं दी गई है.सभी सरकारी स्कूलों में सुबह 8 बजे से 10 बजे तक मिशन दक्ष के तहत कमजोर बच्चों का पढा़ने का आदेश शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया गया है.ऐसे में पटना डीएम द्वारा शैक्षणिक गतिविधि पर रोक लगाने का आदेश का मिशन दक्ष पर नहीं पड़ने वाला है.
सुबह 11.30 से संध्या 4 बजे तक के लिए आदेश
पटना डीएम शीर्षत कपिल अशोक के आदेश से लगता है कि वे पहले के डीएम चंद्रशेखर सिंह की तरह शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक से टकराव नहीं लेना चाहते हैं.इसलिए उन्होंने भीषण गर्मी की वजह से शैक्षणिक गतिविधि पर रोक लगाने संबंधी आदेश में टाइम का ध्यान रखा है.उन्हेंने 11.30 बजे के बाद शैक्षणिक गतिविधि पर रोक लगाई है,जबकि केके पाठक का ड्रीम प्रोजेक्ट मिशन दक्ष सुबह 8 बजे से 10 बजे तक संचालित किया जाता है.
ठंढ के मौसम में डीएम के आदेश पर हुआ था विवाद
बताते चलें कि ठंढ के मौसम में तत्कालीन पटना के डीएम चन्द्रशेखर सिंह समेत कई जिलों ने डीएम ने धारा 144 के तहत स्कूलों में छुट्टी का आदेश जारी किया था.इस आदेश पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी और इसे धारा 144 का दुरूपयोग बताते हुए अपने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को डीएम का आदेश नहीं मानने का निर्देश जारी किया था.उस दौरान अधिकारियों के बीच टकराव की वजह से सरकार की काफी किरकिरी हुई थी.शायद इसलिए पटना डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने भीषण गर्मी की वजह से छुट्टी का आदेश जारी करने में इस बात का ख्याल रखा है कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के ड्रीम प्रोजेक्ट पर इसका असर न हो.