Patna- बिहार में काम करने वाली हजारों एएनएम 6 जुलाई 2024 से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पर जा रही है जिससे राज्य में टीकाकरण का काम प्रभावित हो सकता है क्योंकि इन्हीं हजारों ANM के भरोसे राज्य में टीकाकरण अभियान चलता है.
बताते चलें कि यह हजारों एएनएम(ANM) FRS पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने का विरोध कर रही है. इसके साथ ही समान काम के लिए समान वेतन की मांग कर रही हैं. इस अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को लेकर अलग-अलग जिलों के अलग-अलग प्रखंडों की एएनएम ने अपने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन देकर सूचित कर दिया है.
इस आवेदन में कई जरुरी मुद्दे उठाए गए हैं. इनका कहना है कि जो संविदा के आधार पर NHM के तहत एएनएम कम कर रही है और जिनका वेतन बहुत ही कम है उन्हें FRS पोर्टल के जरिए रजिस्ट्रेशन करवा कर अटेंडेंस बनाने के लिए कहा जा रहा है. यानी इस व्यवस्था के शुरू होने पर सभी एएनएम को सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक अपने इलाके में ही रहना होगा. इन्हें सुबह 9:00 बजे उपस्थिति दर्ज करानी होगी और फिर शाम 5:00 बजे लौटने के दौरान भी अपनी उपस्थिति फेस के जरिए दर्ज करनी होगी. इन ANM का आरोप है कि सिर्फ संविदा के आधार पर कम मेहनताना पर काम करने वाली एएनएम के लिए ही यह व्यवस्था लागू की गई है, जबकि स्थाई ANM, GNM और अन्य स्थाई स्वास्थ्य कर्मियों के लिए यह व्यवस्था लागू नहीं की गई है, जबकि सबसे ज्यादा सख़्ती की जरूरत सीनियर अधिकारियों पर है, जिन्हें अनुबंध एएनएम की अपेक्षा कई गुना ज्यादा मेहनताना मिलता है. इसके साथ ही कई एएनएम ने यह भी आरोप लगा है कि पिछले कई माह से उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है और कई बार कार्यालय में आवेदन देने के बाद भी अधिकारी और कर्मचारी टालमटोल की बातें करते हैं, और कहते हैं कि फंड ही नहीं आया है.
आवेदन के अनुसार इन एएनएम की माने तो स्वास्थ्य विभाग का यह आदेश पूरी तरह से भेदभावपूर्ण है और इसीलिए राज्य की हजारों एएनएम इसके विरोध में सिविल सर्जन और प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे. अब देखना है कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग इन ANM आंदोलन को लेकर क्या कदम उठाता है.