Chapra - सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र से दो दिनों से लापता ईंट भट्ठा संचालक का शव आज उसके घर के समीप ही बागीचे से बरामद किया गया है. बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर काफी खून फैला हुआ था. वही शरीर पर जख्म के कई निशान पाए गए हैं. मृतक की पहचान जिले के एकमा थाना क्षेत्र अंतर्गत गलिमापुर गांव 75 वर्षीय पुत्र काशीनाथ सिंह के रूप में की गई है. जैसे ही घर वालों को इसकी सूचना मिली कि घर के समीप बगीचे में उनका शव पड़ा हुआ है तो परिवार वालों में कोहराम मच गया.
भागे-भागे परिवार वाले वहां पहुंचे तो इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा, जहां शव का पोस्टमार्टम कराए जाने की प्रक्रिया की जा रही है. इस घटना के संबंध में मृतक के पुत्र ने बताया कि गांव में उनका ईंट भट्ठा चलता था. बीते 12 अक्टूबर दशहरा के देर संध्या पिताजी घर से बोलकर निकले थे कि वे ईंट भट्ठा पर जा रहे हैं, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटे तो उन लोगों ने समझा कि वह ईट भट्ठा पर ही सो गए होंगे. फिर सुबह में जब घर नहीं पहुंचे तो बताया गया कि वह ईंट भट्ठा पर पहुंचे ही नहीं है. जिसके बाद वे लोग उनकी खोजबीन में लगे थे. तभी आज सुबह शौच करने जा रही गांव की महिलाओं के द्वारा इसकी सूचना दी गई कि बगीचे में उनका शव पड़ा हुआ है. वहीं घटना स्थल पर खून फैला हुआ था, जिससे पता चल रहा है कि लाठी-डंडे या रॉड से मारपीट कर उनकी हत्या की गई है. वही शव को मोटरसाइकिल से लाकर बगीचे में फेंक दिया गया है. क्योंकि उनके पैर में साइलेंसर से जलने का निशान भी है.
उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले गांव के ही कुछ लोगों के साथ दुश्मनी थी. उन्हें अंदेशा है कि उन लोगों के द्वारा ही देर शाम उनका अपहरण किए जाने के बाद मारपीट कर हत्या कर शव को घर के समीप बगीचे में फेंका गया है. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है. वही सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराए जाने की प्रक्रिया की जा रही है. थाना प्रभारी एकमा उदय कुमार द्वारा बताया गया कि इस मामले की जांच की जा रही है कि उनकी किसी से दुश्मनी थी और दुश्मनी में हत्या की गई है.
छपरा से एस के पंकज की रिपोर्ट