Darbhanga -DMCH के इमरजेंसी वार्ड में मरीज के परिजनों के साथ जूनियर डॉक्टरो के मारपीट का मामला तूल पकड़ने लगा है। परिजन की शिकायत पर जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ प्राथमिक के दर्ज की गई है.
घटना मंगलवार की है जहां अपनी छोटी बहन के जले हाथ का इलाज कराने पहुँचे भाई केशव मिश्रा का आरोप है कि जूनियर डॉक्टर के द्वारा उन्हें पीटा गया है । 40 से ज्यादा संख्या में जूनियर डॉक्टरो ने पुलिस सुरक्षा में कैदी वार्ड में बंद परिजन को जबरन ताला तोड़ कर निकाल कर जबरदस्त पिटाई किया है। अब पूरे मामले में जख्मी मरीज के परिजन लिखित शिकायत बेता थाना में किया है. इसके बाद जूनियर डॉक्टरों पर प्राथमिक की दर्ज की गई है
पूरा मामले की बात करें तो मोरो थाना क्षेत्र के पटोरी निवासी केशव मिश्रा अपनी जख्मी बहन स्वाति कुमारी को लेकर डीएमसीएच पहुंचे। स्वाति का दाहिना हाथ चारा काटने वाली मशीन की चपेट में आकर कट गया था। खून बह रहा था। बहन की गंभीर स्थिति देख केशव मिश्रा परीक्षण कक्ष से डॉक्टर कक्ष में चले गए और सर्जरी के जूनियर डॉक्टर को जल्द उपचार का दबाव देने लगे।
इसी बात को लेकर तू-तू,में-में होने लगी। जो देखते ही देखते हाथापाई और मारपीट में बदल गई। इमरजेंसी में तैनात सुरक्षा गार्डों एवं बेंता थाना के कैदी वार्ड में मौजूद पुलिसकर्मी दौड़कर पहुंचे और मारपीट को रोका। बताया जाता है कि इसके बाद पुलिस ने परिजन को कैदी वार्ड के हाजत में बंद कर दिया। इधर,इमरजेंसी में जूनियर डॉक्टरों की फौज जमा हो गई और उपचार बंद कर दिया गया। स्वजन की हरकत से आक्रोशित जूनियर डॉक्टरों का समूह कैदी वार्ड पहुंच कर बंद गेट को तोड़कर हाजत में बंद स्वजन को बाहर निकालकर जमकर पिटाई की।
सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बात ने भी पुष्टि करते हुए कहा की पुलिस के सुरक्षा में से परिजन को जबरन जूनियर डॉक्टरो के द्वारा छुड़ा कर मारपीट किया गया है।उस मामले में बेता थाने में अज्ञात पर FIR दर्ज हुआ है और सीसीटीवी खंगाल पुलिस दोषियों पर नामजद FIR कर कार्रवाई करेगी
दरभंगा से तुलसी झा की रिपोर्ट