झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी के पेट में पता नहीं क्यों दर्द हो रहा है. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना लोगों का मौलिक अधिकार है. झारखंड सरकार भी 2024 से पहले बिहार की तर्ज पर राज्य में भी जातीय जनगणना शुरू कराएगी. बन्ना गुप्ता शुक्रवार को धनबाद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. वे जनसुनवाई कार्यक्रम में शामिल होने के लिए धनबाद पहुंचे थे. बन्ना गुप्ता ने कहा कि जनसुनवाई के दौरान जो भी शिकायतें आई है, उसके निदान के लिए उपायुक्त और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. अब तक करीब एक सौ मामलों का निपटारा किया जा चुका है.
महिला आरक्षण बिल पर बीजेपी पर साधा निशाना
बन्ना गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी महिला आरक्षण बिल के समर्थन में है. लेकिन बीजेपी ने इसे तत्काल लागू करना आवश्यक नहीं समझा। धनबाद के एसएनएमएमसीएच (शहीद निर्मल महतो कॉलेज एवं अस्पताल) में स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के सवाल पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है. हर जरुरी फैसले ले रही है. कोरोना के पहले से ही विकराल स्थिति बनी हुई है. उसमें तुरंत सुधार नहीं किया जा सकता है. डॉक्टर्स की कमी को दूर करने के हर मुमकिन प्रयास किए जा रहे हैं. सरकार के समक्ष कई समस्याएं हैं.
पैसे देने के बावजूद डॉक्टर काम करने के लिए तैयार नहीं
पैसे देने के बावजूद भी डॉक्टर काम करने के लिए तैयार नहीं हैं. इसलिए अनुबंध पर चिकित्सक बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं. मंत्री ने कहा स्वास्थ विभाग में सरकार ज्यादा ऑपरेशन करेगी तो सभी आत्मसमर्पण कर देंगे. उसके बाद स्थिति और भी खराब हो जाएगी. मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना मामले पर उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने 8 या 9 अक्टूबर को कैबिनेट की मीटिंग रखी है. आयुष्मान भारत योजना और गंभीर बीमारी दोनों के बीच तकनीकी दिक्कत है. कैबिनेट की मीटिंग में तकनीकी अड़चन को दूर कर लिया जाएगा.