बिहार में जाति गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी में ही इस पर बगावत हो गई है. जेडीयू के सांसद ने इस रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि जातीय गणना में तेली समाज की गिनती सही से नहीं की गई. इससे समाज के लोगों में रोष है. उन्होंने ऐलान किया कि पटना में 8 अक्टूबर को तेली-साहू समाज की बैठक होगी. उसमें जाति गणना फिर से कराने और तेली समाज को इंसाफ दिलाने की मांग की जाएगी.
जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि जातीय गणना रिपोर्ट में बिहार के अंदर तेली समाज की जो संख्या बताई गई है वो बहुत कम है. उन्होंने कहा कि जातिगत सर्वे में तेली समाज की गणना सही से नहीं की गई. तेली-साहू समाज के संयोजक होने के नाते उन्होंनेन्हों नेसभी जिलों में लोगों से बात की. समाज के लोगों का स्पष्ट संदेश है, कहीं-कहीं मोहल्ले तो कहीं-हींकहीं पूरे टोले की गिनती छूट गई है.
पटना में 8 अक्टूबर को तेली समाज की बैठक
सांसद सुनील कुमार ने बताया कि पटना में 8 अक्टूबर को तेली समाज की बैठक बुलाई गई है. इसमें समाज के लोगों द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ज्ञापन सौंपा सौं जाएगा। इस बैठक में हर जिले से लोग आएंगे। सीएम से सरकार द्वारा जारी जाति गणना रिपोर्ट की जांच की मांग की जाएगी. साथ ही दोबारा तेली-साहू समाज की फिर से गणना कराने की मांग भी रखी जाएगी.
बता दें कि इससे पहले बीजेपी, आरएलजेडी समेत अन्य पार्टियों के नेता भी बिहार सरकार की जाति गणना रिपोर्ट पर सवाल उठा चुके हैं. बीजेपी के कई नेताओं ने कहा कि उनके घर पर सर्वे करने कोई प्रगणक तक नहीं आया था.