इंदिरा गांधी के तानाशाही के उस दिन को मोदी सरकार ने संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का अभिनंदन। यह निर्णय आने वाली पीढ़ियों को आपातकाल की यातनाओं और उत्पीड़न के काले अध्याय के बारे में अवगत कराने वाला होगा। आपातकाल और तानाशाही के विरुद्ध उठी हर आवाज़ को नमन करता हूं। प्रताड़ना का वह दौर भारतीय लोकतंत्र के इतिहास से कभी भुलाया नहीं जा सकेगा जब पत्रकारों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था सभी अखबारों के संपादकों को जेल में डाला जा रहा था उसे वक्त सिर्फ तानाशाह की सरकार चल रही थी उस कल के काला अध्याय को देश कभी नहीं भुला सकता ।