PATNA:-बिहार की उच्च शिक्षा विभाग की व्यवस्था को दुरूस्त करने के मुद्दे पर राज्य के कुलाधिपति और विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच पावर को लेकर तनातानी लगातार चल रही है.इस तनातनी के बीच कुलाधपति ने फिर से 6 मई को बैठक बुलाई है जिसमें विवि के कुलपति एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ ही अपर मुख्य सचिव केके पाठक को बुलाया गया है,पर सवाल अभी है कि क्या केके पाठक कुलाधिपति द्वारा बुलाई गई बैठक में खुद जायेगें या फिर अपने जूनियर अधिकारी को भेजकर काम चला लेगें.क्योंकि इससे पहले की बैठक में वे शरीक नहीं हुए थे.
दरअसल केके पाठक कुलाधिपति के उस आदेश से नाराज हैं जिसमें कुलाधपति ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विवि के के अधिकारियों की बैठक बुलाने को अवैध बता दिया था और इसमें राज्य के सभी विवि ते कुलपति एवं अन्य पदाधिकारियों को शामिल होने की अनुमति नहीं दी थी.शिक्षा विभाग ने यह बैठक फरवरी और मार्च माह मे कई दफे बुलाई थी.पर इसमें कुलपति ने आने में असमर्थता जताई थी जिसकी वजह से बैठक के स्थगित करना पड़ा था.इससे नाराज केके पाठक ने कई विश्वविद्यालय के अकाउंट फ्रिज कर दिए थे.
इस बार कुलाधपति ने 6 मई को उन्हें मुद्दों को लेकर बैठक बुलाई है जिस मुद्दे पर शिक्षा विभाग कुलपतियों के साथ बैठक करना चाहते थे.इस बैठक को लेकर राज्यपाल सह कुलाधिपति के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने सभी कुलपतियों को पत्र भेजा है। इस पत्र में कुलपतियों को कहा गया है कि उक्त विषयों पर रिपोर्ट तीन मई तक राजभवन को भेज दें।इसमें केके पाठक को भी आमंत्रित किया गया है.
इससे पहले भी राजभवन की ओर दो बार कुलपतियों की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें पाठक को भी बुलाया गया था, लेकिन उस वक्त में वो नहीं गए थे। अब एक बार फिर राजभवन ने 6 मई को राज्य के सभी विश्वविद्यालों के कुलपतियों की बैठक बुलाई है, जिसमें केके पाठक को भी आमंत्रित किया गया है।अब देखना है कि केके पाठक इस बार क्या करते हैं.