छात्र संगठनों का संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेस कर नीट परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन करने का ऐलान किया है। आइसा राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी, सचिव सबीर कुमार, छात्र राजद के प्रदेश प्रवक्ता अमन लाल, SFI के राज्य अध्यक्ष कान्ति कुमारी, AISF के राज्य सह सचिव सुधीर कुमार, राकेश कुमार, एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू सिंह, समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश अध्यक्ष सूरज यादव इस प्रेस वार्ता में मौजूद थे। छात्र संगठनों के सभी पदाधिकारी संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 2024 नीट यू.जी.परीक्षा को रद्द करने पुन: परीक्षा लेने NTA को खत्म करने शिक्षा मंत्री इस्तीफा देने को लेकर 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन गर्दनीबाग में किया जाएगा।छात्र नेताओं ने कहा कि 2024 नीट यू.जी. परीक्षा में भ्रष्टाचार का असर करोड़ो छात्रो का उज्जवल भविष्य अंधकार कर दिया डाॅक्टर बनने का सपना जहां महंगी फीस सीटो में कमी और कोचिंग माफिया, बड़े-बड़े शिक्षा माफियों ने संवैधानिक प्रतियोगितात्मक परीक्षा को बाजारीकरण में तब्दील कर दिया एक तरफ देखा जाए तो साल दर साल परीक्षा को पारदर्शिता कराने में नाकामयाब रहने के बावजूद NTA को निरस्त नही किया गया है मेडिकल अभ्यर्थी के सपनों के साथ मज़ाक है साफ जाहिर करता है कि शिक्षा और नौकरी अब महज एक वितृष्णात्मक सपना ही रह गया है एक विविध देश जहां शिक्षा विविध है वहां केन्द्रीय परीक्षाएं असमान रूप से होड़ लगा देती है ऐसे में न्याय पसंद छात्रों के अरमानों की बली NTA ने चढ़ा दी है शिक्षा और नौकरी पर सबका समान अधिकार हो इसपर केन्द्र सरकार असंवेदनशील है विगत दस वर्षो में मोदी सरकार के प्रोपेगेंडा आधारित रणनीति जो सरकारी क्षेत्र को निजीकरण की ओर धकेलने की ओर चल रहा है और पूंजीपतियों के हाथो में उच्च शिक्षण संस्थान व प्रतियोगी परीक्षाओं को कंडक्ट करने का जिम्मा दिया जा रहा इन सभी में धांधली और भ्रष्टाचार के मामला चरम सीमा के पार हो चूका है NTA को औपचारिक रूप से स्थगित करना चाहिए जिससे राज्य या राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षाएं आयोजित करने में पारदर्शी, कुशल और निष्पक्ष प्रकिया के तहत दिखे।