Araria - बिहार में पुल,पुलिया और सड़क निर्माण में नित दिन नए-नए गड़बड़ियां सामने आ रही है.न तो जनप्रतिनिधि ने इस तरह की गड़बड़ी पर ध्यान दे रहे हैं और ना ही अधिकारी. इसका एक उदाहरण अररिया जिले के शिवरमणि पंचायत के छपरा पट्टी गांव है. यह करप्शन के खिलाफ लड़ने वाले विमल मंडल का गांव है.इस गांव में ना तो सड़क हैं ना ही पुल पुलिया है. पुल पुलिया है तो वह दम तोड रहा है।
बताते चलें कि विमल मंडल किसी परिचय का मोहताज नहीं है.पूरा देश उसे जान रहा है.उन्होंने करप्शन के खिलाफ अपनी हाथ काट कर सरजू के गंगा नदी में विसर्जन कर दिया था.इसके बाद देश में विमल मंडल की चर्चा होने लगी थी.मीडिया की सुर्खियों में बने रहे, पर आज तक उनके गांव में ना तो सड़क बनी ना पुल पुलिया जो बने भी हैं वह दम तोड़ रहे हैं। जिसके लिए वह अपना हाथ काटे । न तो उनके गांवों में सड़क पुल पुलिया का काम हुआ जो हुआ था वह करप्शन के भेंट अब तक चढ़ा हुआ है.
उनके के लोग गुस्से में हैं. उनकी मांग है कि जो 2013 में ग्रामीण कार्य विभाग की तरफ से सड़क निर्माण कराया गया था वह टूटकर खत्म हो चुका है. इससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है इसलिए सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.
अररिया से अरुण की रिपोर्ट