पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के शोर के बीच प्रशासन छठ पर्व की तैयारी में भी जोरशोर से जुटा हुआ है। इसी कड़ी में गुरुवार को राजधानी पटना में जिलाधिकारी ने छठ घाटों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कर्मियों को कई निर्देश भी दिए और लोगों से खतरनाक गंगा घाटों पर नहीं जाने की अपील की। डीएम ने बताया कि सभी घाटों का निरीक्षण कर लिया गया है, और तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, और पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ निश्चिन्त हो कर लोग छठ पर्व मना सकें। उन्होंने बताया कि चिह्नित खतरनाक घाटों की भी पहचान कर ली गई है और उसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की जा रही है।
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डीएम ने कहा कि हम लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि खतरनाक घाटों पर न जाएँ और प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि पटना में 108 छठ घाट हैं जिसमें 5 खतरनाक और 5 अनुपयुक्त घाट हैं जबकि 98 घाट उपयोगी हैं। LCT घाट पर स्थिति को देखते हुए अलग से तालाब बनाया गया है। वहीं ट्रैफिक प्लान भी बनाया गया है और हमारी कोशिश है कि किसी तरह की असुविधा लोगों को न हो। छठ के दौरान नाव के परिचालन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान NDRF की टीम बोट से निगरानी करेगी जबकि कुछ नावों को सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन परिचालन करेगा जबकि निजी नावों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। डीएम ने कहा कि खतरनाक घाटों पर हमलोगों ने लाल कपडा लगा कर लोगों को सावधान करने का निर्णय लिया है और लोगों से भी अपील करते हैं कि अपना सहयोग जरुर दें। डीएम ने कहा अब तक लगभग सारी तैयारी पूरी कर ली गई है जबकि कुछ बचे हुए काम भी एक दो दिनों के अन्दर पूर्ण कर लिए जायेंगे।
अनुपुयुक्त और खतरनाक घाट
डीएम ने कहा कि टीएन बनर्जी घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट, अदालत घाट और गुलबी घाट अनुपयुक्त पाए गए हैं जबकि कंटाही घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, बांस घाट, बुद्धा घाट और पंचमुखी चौराहा घाट खतरनाक घाट के रूप में चिह्नित किया गया है।
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