New Delhi : पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर रविवार को हुए बम ब्लास्ट में दो चीनी इंजीनियरों की मौत से चीन बौखला गया है। पाकिस्तान स्थित चीन के दूतावास ने हमले को आतंकी घटना करार दिया। साथ ही पाकिस्तानी सरकार से कहा है कि पूरे हमले की गंभीरतापूर्वक जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। यह भी कहा कि पाकिस्तानी सरकार द्वारा चीनी नागरिकों और प्रोजेक्ट की सुरक्षा को सुनिश्चित की जाए। चीन ने अपने नागरिकों और कंपनियों को चेतावनी दी कि सुरक्षा हालात पर करीबी नजर रखें और अलर्ट रहें।
बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है हमले की जिम्मेदारी
चीनी दूतावास का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब कराची में चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया। चीनी इंजीनियर सिंध प्रांत में पावर प्राजेक्ट के लिए काम कर रहे थे। बता दें, बलूच लिबरेशन आर्मी की माजिद ब्रिगेड ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
विस्फोट इतना भयानक की एयरपोर्ट की बिल्डिंग हिल गई
पाकिस्तानी पुलिस अधिकारी अजफर महेसर ने बताया है कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे कि यह विस्फोट कैसे और क्यों किया गया। उनके अनुसार घायलों में पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। नागरिक उड्डयन विभाग के कर्मचारी राहत हुसैन ने बताया कि विस्फोट इतना भीषण था कि एयरपोर्ट की बिल्डिंग हिल गईं। ब्लास्ट में 17 लोग घायल हुए हैं।
चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर किया ब्लास्ट
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर यह धमाका किया गया था। धमाका तब हुआ, जब चीनी नागरिकों की कार एयरपोर्ट की तरफ जा रही थी। धमाके की चपेट में आसपास की गाड़ियां भी आ गईं। कई कारों में आग लग गई।
इमरजेंसी प्लान बनाकर शुरू किया काम
चीनी दूतावास और महावाणिज्य दूतावास ने इमरजेंसी प्लान पर काम शुरू किया है। चीन ने कहा कि चीन हालात से निपटने के लिए पाक के साथ मिलकर काम कर रहा है। दरअसल, पाकिस्तान में हजारों चीनी कर्मचारी हैं। नमें से ज्यादातर कर्मचारी चीन की अरबों डॉलर की 'बेल्ट एंड रोड' प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे हैं। यह प्रोजक्ट दक्षिण और मध्य एशिया को चीन की राजधानी से जोड़ने के लिए शुरू की गई है।