पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की रविवार को तीसरी पुण्यतिथि है. रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर उनके बेटे और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. चिराग ने पटना स्थित अपने आवास पर पिता को परिवार के अन्य सदस्यों के साथ याद किया. उनकी तस्वीर पर फूल-माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस दौरान चिराग की मां रीना पासवान सहित परिवार के अन्य लोग उपस्थित रहे.
भावुक पोस्ट कर चिराग ने पिता को किया याद
अपने पिता रामविलास पासवान की आज तीसरी पुण्यतिथि पर चिराग पासवान ने भावुक पोस्ट कर उन्हें याद किया। चिराग पासवान ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट किया जिसमें वो अपने पिता की तस्वीर के सामने हाथ जोड़े हुए दिख रहे हैं. इस तस्वीर के साथ चिराग ने लिखा कि ”पापा आपको नमन”. Miss you papa. चिराग पासवान आज खगड़िया भी जा सकते हैं. वहां रामविलास पासवान के पैतृक गांव में जाकर भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में 8 अक्टूबर 2020 को दिल्ली में निधन हो गया था.
50 साल से लगातार विधायक या फिर सांसद रहे
रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया जिले के शाहरबन्नी गांव में अनुसूचित जाति परिवार में हुआ था. बिहार पुलिस की नौकरी छोड़कर राजनीति में उतरे पासवान पहली बार 1969 में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से बिहार विधान सभा के लिए विधायक चुने गए थे. 1975 में इमरजेंसी की घोषणा के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया और उन्होंने इमरजेंसी के दौरान पूरी अवधि जेल में ही गुजारी. 1977 में उन्हें रिहा किया गया. 1977 में जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले रामविलास पासवान ने हाजीपुर सीट से रिकॉर्ड मत से जीतकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉड में अपना नाम दर्ज कराया. विभिन्न दलों (लोक दल, जनता पार्टी- एस, समता दल, समता पार्टी, जदयू) में रहने के बाद उन्होंने 28 नवंबर 2000 को दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी के गठन की घोषणा की. 1969 से विधायक से शुरूआत करने वाले रामविलास पासवान 2019 तक यानि 50 साल से लगातार विधायक या फिर सांसद रहे. रामविलास पास 6 पीएम की कैबिनेट में मंत्री रहे. यही वह वजह है कि उनके विरोधी उन्हें मौसम वैज्ञानिक का नाम से पुकारते हैं.