सांसद चिराग पासवान का बयान कहा पहले चरण में जहां-जहां से जानकारी मिल रही है सभी जगह एक बात स्पष्ट है की लड़ाई हर जगह जीत के मार्जिन की है कि कौन के कितने बड़े मार्जिन से सीट निकालता है ,चारों सीट पर हम मॉनिटरिंग कर रहे हैं और चारों सीटों से एक बात क्लियर है कि हमारे प्रत्याशी चारों जगह जीत रहे और कमोबेश यही माहौल पूरे देश का है लगभग 102 सीटों पर देश भर में मतदान हो रहा है और देश भर में यह स्थिति है और बिहार में चार की चार सीट हम जीत रहे और यहां से जो माहौल तैयार होगा वह आपको अगले सातवें चरण में दिखेगा और कारण भी है की nda में एकजुटता है। हम लोगों ने मिलकर चुनाव प्रचार किया तमाम एनडीए के गठबंधन के घटक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने खुद प्रधानमंत्री ने यहां पर सभा की । इंडी अलाउंस के कोई भी लोग कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता या नहीं पहुंचा है राहुल जी को अभी तक फुर्सत नहीं मिली है यहां आने के लिए पहले चरण का चुनाव हो गया वाम दल के कोई बड़े नेता यहां नहीं आए तो वह गंभीरता नहीं है पहले चरण को लेकर कम से कम इंडी एलाइंस के घटक दलों में गंभीरता नहीं है और गंभीरता का अभाव और लापरवाही और जिस तरीके से यह हुरदंग और दबंगगई यह लोग दिख रहे हैं चुनाव के दौरान इसका पूरा का पूरा नुकसान इन लोगों को बिहार में 40 की 40 सीटों के नुकसान के साथ होगा तेजस्वी के द्वारा यह कहने की चौंकाने वाले निर्णय होंगे चिराग ने कहा कि पिछली बार गठबंधन में एक सीट जीते थे वह भी हारेंगे और चौंकाने वाले निर्णय जरूर होगे ।तेजस्वी की सभा में गाली की बात मेरे लिए सेंसिटिव मैटर है मेरे परिवार के लोगों के लिए गाली दी जा रही है किसी नेता के लिए ना किसी आम बिहार के ना किसी देशवासी के लिए ना ही किसी इंसान के लिए ऐसी अभद्र भाषा की कोई गुंजाइश नहीं है मैं मानता हूं मर्यादित शब्दों में रहकर आप विरोध आप दर्ज कर सकते हैं शब्दों की मर्यादा को राजनीति में रखना जरूरी है और खास करके यह जिम्मेदारी हम जैसे युवाओं पर और बढ़ जाती है जो जिनको बड़ी आबादी अपना आदर्श मानती है ऐसे में हम लोगों का आचरण बहुत मायने रखता है चिराग ने कहा आप उस पर कार्रवाई करने की बजाय या कोई करा वक्तव्य देने की बजाय आप क्या कहते हैं मैंने सुना नहीं आप क्या कहते हैं कि यह छोटी बातों को तुल नहीं देना चाहिए ,खून खोलता है ऐसी बातों से मुझे लगता है कि हर ब बेटे और बेटी का खून खोलेगा अगर किसी के भी मां को इस तरह से गाली दी जाए किसी के भी साथ यह घटना होगी हर किसी का खून खोलेगा मैं तब भी बहुत सयमित तरीके से अपनी बातों को रख रहा हो पर इन बातों पर दुख क्या कार्रवाई करना तो दूर इसको कवर करने का प्रयास किया जा रहा है और इसको ढकने का प्रयास किया जाए यह आपकी मानसिकता को दर्शाता है वही जंगल राज 90 के दशक का याद आने लग गया है जिस वजह से हमारे प्रदेश से बड़े स्तर पर पलायन हुआ था या अगर वह जंगल राज की परछाई नहीं तो और क्या है आज एक और सामाजिक तत्व में है इतनी हिम्मत है कि तेजस्वी यादव के सामने चिराग पासवान के परिवार को गाली दी जाती है और वह कुछ नहीं बोलते हैं सोचिए उसे व्यक्ति की हिम्मत कितनी बढ़ेगी गांव में जाएगा देहात में जाएगा जब चिराग पासवान की मां के बाद बोलने में कुछ नहीं हुआ तो गांव की महिलाओं के साथ हुआ क्या हरकत करेगा यही जंगल राज है जिसकी अब आहट सुनाई देने लग गई है और ऐसे में इन लोगों की सोच दुख मुझे इस बात का जरूर है कि मेरा छोटा भाई है वह उनके सामने यह हुआ राबड़ी देवी जी मेरी मां है और मेरे सामने अगर उनके लिए कुछ कहता है मेरी बहन मीसा के लिए कुछ कहता है रोहिणी के लिए कुछ कहता तो मैं जरूर जबाव देता।
यही नही किसी भी हिंदुस्तानी के लिए कोई कुछ इस तरह के भाषा का प्यार करता है तो मैं ही वह मुंह तोड़ जवाब देता मैं कड़ी आपत्ति उस पर दर्ज करता हूं और उन्हें हराकर बिहार की जनता जबाव देने में सक्षम है इस बात का आकलन करने के लिए की जो लोग इस तरीके की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं । अभी नवरात्रि का त्योहार मातृशक्ति पूजन हम लोगों ने किया है। नवरात्रि के आखिरी दिन मातृशक्ति को गाली देने का काम कर यह उनके संस्कारों को दिखा रहा है राजद के कल्चर को दिखा रहा है।