देश में इन दिनों आरक्षण को लेकर बहस छिड़ी हुई है. जब से सुप्रीम कोर्ट का फैसला एससी-एसटी को लेकर आया है, विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष के लोगों की राय भी अदालत के फैसले के खिलाफ है. आरक्षण के अंदर कोटा को लेकर एनडीए के दो घटक दल आमने-सामने आ गए हैं. एससी एसटी को लेकर दिए गए सुप्रीम कोट के फैसले से जहां चिराग पासवान नाखुश हैं. वहीं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को स्वार्थी बता दिया है, जिन्होंने कोर्ट के फैसले पर असहमती जताई हैं.
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा कि मुसहर, भुइयां, मेहतर जाति के जो लोग हैं उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता. गरीब और गरीब हो रहा है. इस जाति के लोग कितने इंजीनियर, आईएएस या आईपीएस, हैं. जो लोग आज नराजगी जता रहे हैं उसी चार जातियों के लोगों को आरक्षण का लाभ ज्यादा मिलता हैं. यानी ह शिड्यूल कास्ट के लोग ही 76 साल से आरक्षण का लाभ ले रहे हैं.