लोजपा (रामविलास) के सुप्रीमो चिराग पासवान लोकसभा चुनाव को लेकर फुल एक्टिव मोड में दिख रहे हैं. कभी वे रोड शो करते हैं तो कभी जनता के बीच संबोधन देते हैं. कभी जनता से वोट की अपील कर रहे हैं तो वहीं एक बार फिर से उनका भक्ति-भाव वाला रुप सामने आ गया है. दरअसल, आज हनुमान जयंती का दिन है और ऐसे में चिराग पासवान हनुमान के शरण में दिखें. एक वीडियो चिराग पासवान का सामने आया है, जिसमें चिराग पासवान भगवान हनुमान की पूजा करते हुए दिख रहे हैं. कहा जाता है कि, किसी भी लड़ाई में जीत के लिए ऊपर वाले का आशीर्वाद बेहद जरुरी होता है और फिर राजनीतिक नेताओं के लिए लोकसभा का चुनाव तो किसी बड़ी लड़ाई से कम नहीं.
भगवान हनुमान की शरण में चिराग पासवान
इसके अलावे आज तो हनुमान जयंती का दिन भी है तो फिर ऐसे में चिराग पासवान भगवान हनुमान की आराधना करने से कैसे चूंकते. तो बस चिराग पासवान हनुमान जी के मंदिर में पहुंचे. जहां उन्होंने बड़े ही भक्ति भाव से हनुमान जी की पूजा की और आशीर्वाद भी लिया. बता दें कि, इससे पहले चिराग पासवान चैत्र नवरात्र के दौरान कुमारी कन्याओं की पूजा करते और उन्हें खाना खिलाते हुए देखे गए थे. तो कुल मिलाकर देखा जाए तो चिराग पासवान जनता से आशीर्वाद तो ले ही रहे हैं लेकिन इस बीच भगवान को याद करना भी नहीं भूल रहे हैं. मौका मिलते ही भगवान की शरण में पहुंचकर आशीर्वाद ले रहे हैं.
हाजीपुर सीट से लड़ रहे चिराग पासवान
बात करें चिराग पासवान की तो, एक के बाद एक ताबड़तोड़ रैलियों में वह शामिल हो रहे हैं. चिराग पासवान को इस बार 5 लोकसभा सीटें मिली हैं, जिनमें वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई शामिल हैं. इस बार वे हाजीपुर से चुनाव लड़ रहे हैं और वहां जीत पाने की हर एक कोशिश रहे हैं. हाजीपुर सीट को लेकर खास बात यह है कि, चिराग पासवान के पिता दिवंगत रामविलास पासवान हाजीपुर सीट से 9 बार सांसद रहे. 1977 के चुनाव में रामविलास पासवान ने जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को सवा चार लाख वोटों के अंतर से हरा दिया था. ये पहली बार था जब किसी नेता ने इतनी बड़ी जीत हासिल की थी. ये जीत इतनी बड़ी थी कि उनका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज किया गया. तो वहीं, अब जब उनके बेटे चिराग पासवान इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं तो कई सारी उम्मीदें उनसे जुड़ी हुई है. देखना होगा कि, हाजीपुर की जनता चिराग पासवान को अपना कितना समर्थन देती है.