लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान एनडीए में शामिल होने के बाद आज पहली बार पटना पहुंचे. चिराग पासवान के आगमन को लेकर भव्य तैयारियां की गई थी. जैसे ही चिराग पासवान पटना एयरपोर्ट पहुंचे, उनके स्वागत के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई. चिराग पासवान को बधाई देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. वहीं, पटना आते ही चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस को टारगेट करते हुए बड़ी नसीहत दे डाली है. इसके साथ ही कह दिया है कि, ये सब कहीं से भी ठीक नहीं है.
दरअसल, चिराग पासवान और चाचा पशुपति पारस के बीच हाजीपुर सीट को लेकर लगातार चर्चाएं तेज है. कल ही पशुपति पारस ने हाजीपुर सीट को लेकर कहा था कि, 'हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ूंगा. दुनिया की कोई ताकत मुझे नहीं रोक सकती है. मैं जब तक राजनीति में जिंदा रहूंगा, एनडीए गठबंधन से जुड़ा रहूंगा.' जिस पर चिराग पासवान ने प्रतिक्रिया देते हुए बड़ी नसीहत दे दी है. दरअसल, चिराग पासवान ने हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि, जब भी आप किसी गठबंधन का हिस्सा होते हैं तो उसकी एक मर्यादा होती है. गठबंधन में जो कुछ भी बातें होती है, उसे गठबंधन के अंदर ही रखा जाये तो सही होता है.
आगे चिराग पासवान ने कहा कि, सार्वजनिक रूप से हल्ला करने या गठबंधन के ही घटक दल किसी तरह का वाद-विवाद खड़ा करते हैं तो यह ठीक नहीं है. उसे किसी भी तरह से फायदा नहीं होने वाला है. वहीं, पटना आते ही चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस को बड़ी नसीहत दे दी है. बता दें कि, कल पशुपति पारस ने यह भी कहा था कि, 18 तारीख को एनडीए की बैठक हुई थी. इस बैठक में चिराग ने प्रधानमंत्री का पैर छूकर पहले आशीर्वाद लिया. मैं बगल में खड़ा था, इसलिए मेरे पैर छूकर भी आशीर्वाद लिया. मैंने दिल से आशीर्वाद दिया. बिहार की परंपरा है पैर छूने पर आशीर्वाद देने की. चिराग ने पैर छुए तो लोगों को गलतफहमी हो गई. हमारा दल अलग है और चिराग पासवान का दल अलग है.