खबर पश्चिम चंपारण के बगहा से है जहां इंडो नेपाल बॉर्डर पर नागरिक कल्याण कार्यक्रम का विधिवत आगाज किया गया. दरअसल, भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा संचालित कार्यक्रम में कृषि, व्यवसाय समेत रोजगार की योजना बनाई गई है, जिसके तहत अतिपिछड़े क्षेत्रों में ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने की कवायद तेज है. बताया जा रहा है कि, 7 नवंबर से 6 दिसंबर तक सुदूरवर्ती इलाकों में आयोजित एनुअल सिविक एक्शन प्रोग्राम में SSB 21 वी बटालियन के नेतृत्व में पिछड़े इलाकों से चयनित महिला-पुरुषों को प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने की पहल की गई है, जो आने वाले दिनों में मील का पत्थर साबित होगा.
लिहाजा मिट्टी की जांच को लेकर एक ओर उन्नत खेती किसानी को गति प्रदान किया जा रहा है तो दूसरी ओर युवाओं और आदिवासियों को प्रशिक्षित कर उन्हें हुनरमंद बनाने की मुहिम चलाई जा रही है. बता दें कि, नागरिक कल्याण कार्यक्रम चम्पारण के विभिन्न हिस्सों में महीने भर तक चलेगा. जिसमें कृषि के साथ-साथ बकरी पालन, भेड़ पालन के लिए ग्रामीणों को मुफ्त में खाद-बीज किट व बकरियों और भेड़ों के बच्चों का वितरण कर अनुदानित व रियायती दरों में बैंकों से ऋण मुहैया कराई जा रही है.
खास बात यह है कि, जैविक खेती किसानी पर बल दिया जा रहा है ताकि रासायनिक उर्वरक जैसे हानिकारक खाद्यान्न उत्पादन पर रोक लगाकर जैविक विधि से खेती किसानी को बढ़ावा दिया जा सके और मधु पालन से लोगों को रोजगार मिल सके. लिहाजा कृषि विभाग की ओर से ट्रेनर पहले चरण में चयनित लाभार्थियों को 30 दिनों तक बेहतरी के गुर सीखा रहे हैं ताकि ज्यादातर लोगों को योजना का लाभ मिल सके. इस वार्षिक नागरिक कल्याण कार्यक्रम का इंडो-नेपाल बॉर्डर पर स्थित लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत में बीजेपी के राज्यसभा सांसद सतीशचंद्र दुबे व SSB 21 वी बटालियन कमांडेंट श्रीप्रकाश ने द्वीप जलाकर शुरुआत किया जहां पारंपरिक तरीकों से थारू आदिवासियों ने झमटा, झूमर व बिरहनी के साथ-साथ डांडिया नृत्य प्रस्तुत कर अतिथियों का भव्य स्वागत किया.
बेतिया से आशिष कुमार की रिपोर्ट