बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के द्वारा बिहार के सरकारी स्कूलों की सूरत बदलने का हर एक प्रयास किया जा रहा है. पिछले दिनों शिक्षक हो या अधिकारी सभी पर कड़ा एक्शन लिया गया और इसके साथ ही कार्रवाई भी की गई. इस बीच राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को लेकर ठन भी गई. जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात की. हालांकि, इन तमाम गतिविधियों के बीच अब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान सामने नहीं आया था.
लेकिन, अब केके पाठक को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ दी है. दरअसल, आज पत्रकारों द्वारा सीएम नीतीश कुमार से केके पाठक के द्वारा स्कूलों की छुट्टियों को रद्द करने को लेकर सवाल किया गया. जिस पर उन्होंने केके पाठक का समर्थन किया और इसके साथ ही उनकी तारीफ भी की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, 'केके पाठक अच्छा काम कर रहे हैं. बच्चों की पढ़ाई को लेकर ही केके पाठक के द्वारा छुट्टियों को रद्द करने का फैसला लिया गया है. अगर कोई सबको पढ़ाना चाहता है तो इसमें बुराई क्या है. अगर किसी को भी इससे तकलीफ है तो आकर हमसे बात करें'
सीएम नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि, 'यदि कोई अच्छा काम कर रहा है तो कितना फायदा होता है. हम तो सबकी बात सुनते हैं. हम चाहते हैं कि बच्चे-बच्चियां खूब अच्छे से समय पर पढ़ाई करें'. बता दें कि, ACS केके पाठक के आदेश पर राज्यभर के सरकारी स्कूलों में छुट्टियां घटा दी गई हैं. रक्षाबंधन का अवकाश भी रद्द किया गया. दशहरा, दिवाली और छठ की छुट्टियों में भी भारी कटौती कर दी गई है. जिसका विपक्षी दल और शिक्षक संघ नीतीश सरकार का विरोध कर रहे हैं. कई लोग तो केके पाठक को बर्खास्त करने की भी मांग कर रहे हैं.