ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. सैकड़ों लोगों की जानें चली गई तो वहीं कई लोग गंभीर रूप से घायल भी है. इस हादसे को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने दुख जताते हुए हर संभव मदद पहुंचाने की बात कही थी. इस हादसे के बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग भी की जा रही थी. जिसके बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समक्ष रूप से रिएक्शन भी सामने आ गया है. दरअसल, मीडियाकर्मियों के सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने खुद के इस्तीफे की बात कही.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, यह घटना दुखद है. हमने इस पर दुख व्यक्त किया है. श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में जब हम रेल मंत्री थे उस समय रेल हादसा हुआ था. हमने घटनास्थल पर जाकर मृतकों को देखा तो काफी तकलीफ हुई थी तो हमने रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन, श्रद्धेय अटल जी ने उसे स्वीकार नहीं किया था. हमने उनसे आग्रह कर दोबारा इस्तीफा दिया, उसके बाद उन्होंने मेरा इस्तीफा स्वीकार किया था. डेढ़ साल के बाद जब पुनः मुझे रेल मंत्री बनाया गया तो मैंने प्रधानमंत्री जी से कहा था कि रेलवे सुरक्षा की दृष्टि से जो तय हुआ है उस पर काम किया जाए. उसके चलते रेलवे की स्थिति बेहतर हुई.
आगे सीएम नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि, ओडिशा में जो रेल हादसा हुआ है इसको ठीक से देखना चाहिए कि घटना का कारण क्या है. पहले रेलवे का बजट अलग से पेश होता था. लोकसभा और राज्यसभा में रेल बजट पर विस्तृत चर्चा होती थी. सांसदों की बात सुनी जाती थी और उनकी समस्याओं का निदान भी होता था. रेल बजट को इस सरकार ने खत्म कर दिया. रेल हादसा को लेकर पहले भी एक-दो मंत्रियों ने रिजाईन किया है. रेल मंत्रालय पुराना मंत्रालय है, लोगों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखना जरुरी है, लेकिन रेल बजट को हटाकर सब अपने तरीके से किया जा रहा है.