बिहार में एक ऐसा वाक्या हुआ है जिसकी चर्चा हो रही है. दरअसल सीएम नीतीश कुमार कुछ सरकारी कार्यक्रमों को लेकर अपने गृह जिले के दौरे पर थे. यहां पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के 'डियर नेता जी' भी उनका स्वागत करने पहुंचे थे, लेकिन वो कर न पाए.
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के चहेते नेता जी हैं......हिलसा के पूर्व विधायक और राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव उर्फ अत्रि मुनि.....कई बार तो पत्रकारों को भीड़ के बीच में पत्रकारिता भी समझाने लगते हैं. कहते हैं 'कैसे पत्रकार हैं आप'... ये वाक्य तो इनके मुंह से जब न तब निकल जाता है.......ये अलग बात है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में 13 वोट से विधायिकी हाथ से निकल गई. उसके बाद अदालत जाने की बात भी कही थी. उसका क्या हुआ पता नहीं. इन्हीं की पार्टी के कुछ नेता इन्हें बड़बोला कहते हैं और पीठ पीछे पानी पी-पी कर कोसते हैं.
ये सत्ताधारी राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता भी हैं. सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा से विधायक (हिलसा) भी रह चुके हैं. लेकिन मंगलवार को बेचारे खुद ही झेंप गए, वो भी ऐसे-वैसे नहीं, बल्कि बिल्कुल बुरी तरह से.
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक कार्यक्रम के सिलसिले में नालंदा गए थे. अब शक्ति सिंह यादव को ये पता चला तो वो कैसे पीछे रहते. वो भी समर्थकों के साथ सीएम नीतीश कुमार का स्वागत करने पहुंच गए. साथ में हाथ में फूलों से भरा गुलदस्ता भी. लेकिन सीएम नीतीश की गाड़ी नेता जी को भाव दिए गए बगैर आगे बढ़ गई.
अब समझिए पूरा माजरा यहां, दरअसल मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार अपने गृह जिले नालंदा के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने नालंदा में एथेनॉल प्लांट का उद्घाटन किया. इसके बाद वो हिलसा की ओर निकले. हिलसा में सरकार पटेल कॉलेज परिसर में सीएम नीतीश को सरदार वल्लभ भाई पटेल की आदमकम मूर्ति का अनावरण करना था. अब चुंकि शक्ति सिंह यादव हिलसा के पूर्व विधायक भी हैं तो वो सीएम नीतीश का स्वागत करने के लिए चादर और गुलदस्ता लेकर साथ पहुंचे. यहां उन्हें उम्मीद थी कि सीएम नीतीश उनकी भेंट स्वीकार कर लेंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. सीएम नीतीश ने गाड़ी के अंदर से ही अभिवादन किया और वहां से निकल गए. राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव का गुलदस्ता और चादर उनके हाथ में ही रह गए.